भारत सरकार ने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। अब 4 साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप देने पर रोक लगा दी गई है। सरकार का कहना है कि इन देवों से छोटे बच्चों को गंभीर बीमारियां हो रही हैं जो जानलेवा साबित होती हैं।
यह निर्णय 15 अप्रैल 2025 को जारी अधिसूचना के तहत लिया गया है। इसके तहत सरकार ने दवा कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे अब अपने उत्पादों की पैकिंग और लेबल पर साफ-साफ चेतावनी दें कि “यह दवा 4 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए नहीं है।”
सरकार ने खासतौर पर उन कफ सिरप पर रोक लगाई है जिनमें क्लोरफेनिरामाइन मेलिएट (Chlorpheniramine Maleate) और फिनाइलफ्राइन हाइड्रोक्लोराइड (Phenylephrine Hydrochloride) का मिश्रण मौजूद होता है। ये दोनों दवाएं आमतौर पर सर्दी, खांसी और एलर्जी के इलाज में इस्तेमाल होती हैं।
आपको बता दे कि इन दावों के सेवन से बच्चों को कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। जैसे तेज बुखार, मिर्गी, बेहोशी या कोमा में जाना या गंभीर एलर्जी और कई मामलों में तो मौत का भी खतरा बना रहता है।
छोटे बच्चों की शारीरिक बनावट और उनकी रोक प्रतिरोधक क्षमता इन दावों को सहन नहीं कर पाती है। जिससे दुष्परिणाम हो सकते हैं।
सरकार के इस फैसले का असर कई बड़े और लोकप्रिय दवा ब्रांड्स पर पड़ा है। जैसे:
एस्कोरिल फ्लू ड्रॉप (Ascoril Flu Drop)
एलेक्स सिरप (Alex – Glenmark)
टी-मिनिक (T-Minic – Helion)
मैक्सट्रा ड्रॉप्स (Maxtra – Juventus Healthcare)
इन सभी कंपनियों को अब अपने दवाओं की बोतलों पर चेतावनी लेबल लगाना अनिवार्य कर दिया गया है।
डॉक्टर्स का कहना है कि छोटे बच्चों को कोई भी दवा देने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अक्सर माता-पिता बिना डॉक्टर से पूछे OTC (ओवर-द-काउंटर) दवाएं बच्चों को दे देते हैं जो खतरनाक हो सकता है।
सरकार के निर्देशों के अनुसार सभी दवा कंपनियों को रेगुलेटरी बॉडी के निर्देश का पालन करना होगा। दवा के लेवल पर साफ शब्दों में चेतावनी लिखनी होगी जो कंपनियों के नियमों को उल्लंघन करेगा उन पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
अगर आपके घर में 4 साल से कम उम्र के बच्चे हैं तो:
किसी भी दवा से पहले डॉक्टर से सलाह लें पुराने प्रिस्क्रिप्शन का इस्तेमाल न करें दवा का लेबल जरूर पढ़ें सर्दी-खांसी से बचाव के घरेलू उपाय अपनाएं जैसे भाप, हल्दी दूध, गुनगुना पानी