उत्तराखंड में मौसम का कहर एक बार फिर भारी पड़ गया है। रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में बादल फटने से तबाही मच गई है। कई परिवारों के फंसने की खबर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताया और राहत-बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए हैं।
रुद्रप्रयाग के बसुकेदार तहसील के बड़ेथ डुंगर तोक और चमोली के देवाल क्षेत्र में शुक्रवार को बादल फटने से भारी नुकसान हुआ। मलबा आने से हालात बिगड़ गए और प्रशासन को तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करना पड़ा।
सीएम धामी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह लगातार अधिकारियों से संपर्क में हैं और आपदा सचिव व जिलाधिकारियों को राहत-बचाव को प्रभावी तरीके से संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बाबा केदार से सभी की कुशलता की प्रार्थना भी की।
प्रदेश में पहले से ही मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी कर रखा है। पिथौरागढ़, उधम सिंह नगर, अल्मोड़ा, नैनीताल और देहरादून जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है, जबकि रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी और उत्तरकाशी में येलो अलर्ट लागू है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और नदी-नालों से दूर रहने की हिदायत दी है।
मौसम वैज्ञानिक सी. एस. तोमर के अनुसार 29 अगस्त से 1 सितंबर तक पूरे प्रदेश में भारी बारिश की आशंका है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में कई जिलों में तेज बारिश दर्ज की गई है और 1 सितंबर तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं तेज से बहुत तेज वर्षा होने की संभावना जताई गई है।
