उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बच्चों की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन CDSCO ने कोल्ड्रिफ कफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया है। बताया जा रहा है कि CDSCO तमिलनाडु के खाद्य और औषधि प्रशासन FDA को पत्र भेजेगा ताकि कंपनी के खिलाफ तुरंत कदम उठाए जा सकें।
इस जहरीले सिरप से मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, राजस्थान और महाराष्ट्र में बच्चों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा केरल और तेलंगाना ने इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी है और सार्वजनिक चेतावनी जारी की है। मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ सिरप की आपूर्ति करने वाली नेक्स्ट्रो डीएस कंपनी के नमूने भी जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनके परिणाम अभी तक सामने नहीं आए हैं। कुल 19 नमूने एकत्र किए गए थे, जिनमें बीमार बच्चों द्वारा लिया गया सिरप, एंटीबायोटिक्स, एंटीपायरेटिक्स और ओंडांसेट्रॉन शामिल हैं।
मध्य प्रदेश सरकार ने कोल्ड्रिफ और नेक्स्ट्रो डीएस सिरप के साथ-साथ उस कंपनी के अन्य उत्पादों की बिक्री पर तत्काल रोक लगा दी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दो साल से कम उम्र के बच्चों को यह सिरप न देने की सलाह दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सेवा निदेशकों को पत्र लिखा है और कहा है कि दो साल से छोटे बच्चों को खांसी और सर्दी की दवाएं नहीं दी जाएँगी। औषधि अधिकारी नेक्स्ट्रो डीएस सिरप के नमूनों के निष्कर्ष आने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।
