मुंबई में शनिवार सुबह केंद्रीय जांच ब्यूरो ने उद्योगपति अनिल अंबानी के घर पर छापेमारी की। इस मामले में 17,000 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का आरोप है। अधिकारी सुबह करीब 7 बजे अंबानी के मुंबई स्थित आवास पहुंचे और तब से तलाशी जारी है। इस दौरान अनिल अंबानी और उनका परिवार घर पर मौजूद थे। सीबीआई रिलायंस एडीए समूह की कंपनियों से जुड़ी जानकारियों की जांच कर रही है।
सीबीआई ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के खिलाफ कथित बैंक धोखाधड़ी मामले में कार्रवाई की। अधिकारियों के मुताबिक इस धोखाधड़ी से भारतीय स्टेट बैंक को 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। एजेंसी आरकॉम और अनिल अंबानी से जुड़े परिसरों में तलाशी ले रही है।
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि इन संस्थाओं को 13 जून को धोखाधड़ी करने वाली कंपनियों के रूप में वर्गीकृत किया गया था। उन्होंने कहा कि बैंक ने 24 जून को आरबीआई को धोखाधड़ी की सूचना दी और सीबीआई में भी शिकायत दर्ज कराई गई है। इससे पहले 4 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय ने अंबानी की कंपनियों से जुड़े 17,000 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी मामले में जांच का दायरा बढ़ाया था।
अनिल अंबानी से पूछताछ के लिए एजेंसी ने उनके कई वरिष्ठ अधिकारियों को समन भेजा। जिनमें उनके करीबी सहयोगी अमिताभ झुनझुनवाला और सतीश सेठ शामिल हैं। माना जाता है कि वित्तीय संचालन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अब तक कम से कम 6 समन जारी किए गए हैं। इस दौरान मुंबई में कई परिसरों में छापेमारी हुई और एसबीआई ने आरकॉम और अंबानी को धोखाधड़ी करने वाली संस्थाओं के रूप में दर्ज किया।
यह खबर पूरी तरह से घटनाक्रम पर आधारित है और इसमें किसी भी तरह का अतिरिक्त विवरण या राय शामिल नहीं किया गया है।
