
अर्थलैण्ड डेवलपर्स लिमिटेड(अर्थक्रेडिट सोसाइटी) के नाम पर सोसाइटी खोलकर स्थानीय लोगों को अपने भरोसे में लेकर एजेन्ट बनाते थे तथा विभिन्न प्रकार की योजनाओं जैसे- कम समय में अधिक ब्याज देने आदि का प्रलोभन दिया जाता था। कम समयावधि वाले कुछ खाताधारकों को उनके पैंसें अधिक ब्याज पर दिये जाते थे। जिससे अधिक से अधिक स्थानीय जनता इनके झांसे में आकर ज्यादा लाभ के फायदे में अपने खाते खोलते थे। इस प्रकार सोसाइटी के पास बड़ी मात्रा में धन इकट्ठा होने पर ये लोग सोसाइटी बन्द कर भाग जाते थे।
