सरकार ने देश के उन बुजुर्गों के लिए एक बड़ी शुरुआत की है जिनकी उम्र सत्तर साल या उससे ज्यादा है। अब ऐसे सभी लोगों को हर साल पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। इसके लिए किसी तरह की दौड़भाग करने की जरूरत नहीं है। न अस्पताल के चक्कर लगाने होंगे न किसी दफ्तर के बाहर लाइन में खड़ा होना पड़ेगा। बस अपने मोबाइल में एक ऐप डाउनलोड करना है और घर बैठे इलाज का अधिकार मिल जाएगा। इस सुविधा को सरकार ने वय वंदना कार्ड नाम दिया है और इसे आयुष्मान भारत योजना के तहत शुरू किया गया है।
इस योजना का नाम तो आपने पहले भी सुना होगा। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना यानी पीएम जेएवाई। इसका फायदा अब तक देश के उन लोगों को मिलता था जो आर्थिक रूप से कमजोर माने जाते थे। लेकिन अब सरकार ने एक नई सुविधा जोड़ दी है। अगर कोई व्यक्ति सत्तर साल या उससे ज्यादा का है तो उसकी माली हालत कुछ भी हो उसे सीधे इस योजना का फायदा मिलेगा। इसके तहत साल भर में पांच लाख रुपये तक का इलाज बिल्कुल मुफ्त होगा। वो भी सरकारी और कई नामचीन प्राइवेट अस्पतालों में।
सरकार ने ये एलान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किया है। इसके मुताबिक सत्तर साल से ऊपर के सभी नागरिक आयुष्मान ऐप के जरिए अपना वय वंदना कार्ड बनवा सकते हैं। इसके लिए किसी कागज़ की जरूरत नहीं है। बस एक आधार कार्ड चाहिए जिसमें उनकी उम्र साफ लिखी हो। वही आधार कार्ड पहचान भी बनेगा और उसी से पूरी प्रक्रिया पूरी की जाएगी। कार्ड बनते ही इलाज की सुविधा शुरू हो जाएगी।
अब बात करते हैं कि ये कार्ड कैसे बनेगा। सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर से आयुष्मान ऐप डाउनलोड करें। ऐप खोलते ही उसमें ऑपरेटर या लाभार्थी के तौर पर लॉगिन करना होगा। मोबाइल नंबर डालें और फिर ओटीपी के ज़रिए पुष्टि करें। इसके बाद ऐप आपसे लोकेशन की इजाजत मांगेगा जिसे स्वीकार करना जरूरी है। फिर राज्य का नाम डालें और आधार से जुड़ी जानकारी भरें। अगर सिस्टम में आपका नाम नहीं आता तो ओटीपी भेजकर ई केवाईसी पूरी करनी होगी। इसके बाद बाकी जरूरी जानकारी भरनी है जैसे पिन कोड और आपकी कैटेगरी। फिर अगर परिवार के और भी सदस्य हैं तो उनकी जानकारी भी जोड़ सकते हैं। सारी जानकारी भरने के बाद सबमिट का विकल्प आएगा जिसे दबाते ही कार्ड बनकर तैयार हो जाएगा।
अगर कोई व्यक्ति मोबाइल ऐप से ये प्रक्रिया नहीं कर पाता तो उसके लिए वेबसाइट का विकल्प भी है। www.beneficiary.nha.gov.in नाम की वेबसाइट पर जाकर भी ये काम किया जा सकता है। यहां भी आधार कार्ड की मदद से पूरी प्रक्रिया की जा सकती है। ये वेबसाइट और ऐप दोनों पर सारा काम बिल्कुल मुफ्त है।
सरकार का ये कदम उन बुजुर्गों के लिए है जो अक्सर इलाज के लिए दूसरों पर निर्भर होते हैं। या फिर जिनके पास महंगे इलाज का खर्च उठाने की ताकत नहीं होती। अब उन्हें सिर्फ अपनी उम्र और आधार कार्ड की ज़रूरत है। बाकी सारा काम सरकार ने संभाल लिया है। ये योजना उन लाखों लोगों के लिए राहत की सांस है जो अब तक इलाज के अभाव में तकलीफ झेलते थे।