सीमा पर तनाव गहराया तो उत्तराखंड में भी बढ़ाई गई चौकसी, आपदा प्रबंधन दफ्तर में शुरू हुई चौबीस घंटे निगरानी

देश की सीमाओं पर भारत और पाकिस्तान के बीच हालात जैसे-जैसे गंभीर हो रहे हैं, वैसे-वैसे राज्यों में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है. देहरादून…

देश की सीमाओं पर भारत और पाकिस्तान के बीच हालात जैसे-जैसे गंभीर हो रहे हैं, वैसे-वैसे राज्यों में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है. देहरादून में सरकार ने सभी अफसरों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने के आदेश जारी कर दिए हैं. वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग को भी पूरी तरह एक्टिव मोड में लाया गया है.

राज्य सरकार ने देहरादून स्थित आपदा प्रबंधन कार्यालय में चौबीसों घंटे निगरानी के निर्देश जारी कर दिए हैं. इसके लिए आईटी पार्क में बने एसडीएमए दफ्तर में वरिष्ठ अधिकारियों की आठ-आठ घंटे की ड्यूटी तय की गई है. शासन ने कंट्रोल रूम को दिन-रात चालू रखने के लिए अपर सचिव स्तर के अफसरों की जिम्मेदारी तय की है.

अब कुल बत्तीस अधिकारियों को सोलह दिनों तक तिथि अनुसार ड्यूटी पर रहना होगा, जिसकी सूची भी जारी कर दी गई है.

यह सब कदम तब उठाए गए हैं, जब छह और सात मई की रात भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देते हुए पाकिस्तान के अंदर घुसकर नौ आतंकी अड्डों को मिसाइल से निशाना बनाया था. इस हमले को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया था, जिसमें सौ से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है.

इसके बाद पाकिस्तान ने भी सात मई की रात भारत के कई बड़े शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की थी. लेकिन भारतीय सेना ने पूरी मुस्तैदी से पाकिस्तान के मंसूबों को नाकाम कर दिया और फिर से जवाबी हमला किया, जिसमें दुश्मन को काफी नुकसान उठाना पड़ा.

इस पूरे घटनाक्रम के बाद देश भर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं. खासतौर पर सीमावर्ती इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है.

इधर सात मई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. इस बैठक में उन्होंने राज्य के तमाम संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करने के निर्देश दिए. साथ ही अफसरों और कर्मचारियों की सभी छुट्टियां रद्द करने को भी कहा गया है.

राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि मौजूदा हालात में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सभी विभागों को चौबीसों घंटे मुस्तैद रहना होगा.