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लोस चुनावों में किसी भी दल के समर्थन को जनअधिकार मंच की ना, स्थानीय मुद्दों की उपेक्षा का आरोप लगाया

उत्तरा न्यूज डेस्क
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अल्मोड़ा– अल्मोड़ा जन अधिकार मंच ने लोक सभा चुनाव में किसी भी दल को समर्थन देने को साफतौर पर ना कह दिया है, मंच की कोर कमेटी की कई दौर का बैठकों के बाद यह निर्णय लिया गया |

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बैठक पूर्व दर्जा राज्यमंत्री एंव मंच के वरिष्ठ सदस्य केवल सती की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। दो दौर की बॆठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी लोकसभा चुनाव में अल्मोड़ा जन अधिकार मंच किसी भी पार्टी ऒर प्रत्याशी का कोई समर्थन नहीं करेगा। साथ ही साथ मंच ने सभी मतदाताओं से आगामी 11 अप्रैल को होने जा रहे लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक संख्या में अपने मतदेय स्थल में जा कर मत करने का आह्वान किया।
मंच के संयोजक त्रिलोचन जोशी ने लोकसभा चुनाव में स्थानीय जनहित के मुद्दों को प्रमुखता नहीं मिलने पर गहरी चिन्ता व्यक्त की। केवल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करना ही मुख्य लक्ष्य पार्टी एंव प्रत्याशियों का रहा हैं। जो कि भविष्य के लिए खतरनाक संकेत हैं। जबकि पर्वतीय क्षेत्र की जनता लम्बे समय से बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा एंव पलायन का दंश झेल रही हैं। मनोज सनवाल ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र की जनता जंगली जानवरों बन्दर एंव सुअरों के आंतक के साये में जीने को मजबूर हैं। लेकिन उपरोक्त जनहित के मुद्दों को राष्ट्रीय पार्टियों द्वारा प्रमुखता नहीं देना घोर चिन्ता का विषय हैं।
मंच की कोर कमेटी की बॆठक में तय किया गया कि आगामी लोकसभा चुनाव की आचार संहिता समाप्त होने के बाद अल्मोड़ा जन अधिकार मंच जनहित के सरकारों के लिए स्थानीय नगर एंव ग्रामीणों के मुद्दों पर अग्रिम रणनीति तय कर शासन प्रशासन पर दवाब बनाकर समस्याओं के निदान का पुरजोर प्रयास करेगा।
बॆठक में मंच के पूर्व सभासद जीवन नाथ वर्मा, पूर्व सभासद घनानन्द जोशी, पूर्व सभासद कमल पन्त, मनोज सनवाल, पूर्व के सी डी एफ अध्यक्ष अमरनाथ रावत, पूर्व प्रधानाचार्य हेम चन्द्र जोशी, मॊहम्मद नईम, किशन राना, सुनील कर्नाटक, नमित जोशी, फईम खान, दानिश खान , दिवान राम, विनय पाण्डेय, पुष्कर राम, मनोज जोशी, पूर्व प्रधानाचार्य अनिल कुमार पन्त, पान सिंह बिष्ट, प्रकाश रावत, ओम प्रकाश जोशी, प्रदीप तिवारी, बलवन्त सिंह आदि मौजूद थे।

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