कासगंज के जिलाधिकारी प्रणय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर समाजवादी पार्टी के मुख्य अखिलेश यादव की शिकायत को गलत बताते हुए उन्हें करारा जवाब दिया। अखिलेश यादव ने अमांपुर विधानसभा की मतदाता सूची से आठ नाम काटे जाने का दावा किया था।
सोशल मीडिया पर लिखे अपने जवाब में डीएम ने कहा कि सात मतदाताओं के नाम अभी भी सूची में शामिल है जबकि एक मतदाता की मौत होने के बाद उनका नाम सूची से हटा दिया गया है।
अखिलेश यादव ने 2 दिन पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट की थी। उन्होंने लिखा था कि जो चुनाव आयोग ये कह रहा है कि हमें यूपी में समाजवादी पार्टी द्वारा दिए गए एफिडेविट नहीं मिले वह हमारे शपथ पत्रों की प्राप्ति के प्रमाण स्वरूप दी गई है और कार्यालय की पावती को देख ले।
इस बार हम मांग करते हैं कि चुनाव आयोग शपथपत्र दे कि यह जो डिजिटल रसीद हमको भेजी गई है वह सही है, नहीं तो चुनाव आयोग के साथ-साथ डिजिटल इंडिया भी शक के घेरे में आ जाएगा।
इसके साथ अखिलेश यादव ने चार डिजिटल रसीदों की फोटो भी पोस्ट की थी। इसमें एक रसीद अमांपुर विधानसभा की थी। इसमें अखिलेश यादव ने बताया था कि मतदाता सूची से आठ लोगों के नाम काटे गए हैं इसके बाद डीएम ने अखिलेश यादव की शिकायत का जवाब दिया।
उन्होंने इस शिकायत को बी बुनियाद बताया।
एक्स पर डीएम ने लिखा कि ईमेल के माध्यम से जनपद कासगंज की विधान सभा 101 अमांपुर के अंतर्गत 8 मतदाताओं के नाम गलत ढंग से काटने की शिकायत प्राप्त हुई थी।
जांच में पाया गया कि 7 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दो बार होने के कारण नियमानुसार एक नाम को हटाया गया था। 7 मतदाताओं के नाम अभी भी सूची में शामिल हैं जबकि एक मतदाता का नाम उनकी मौत के बाद हटाया गया है।
