गंगोलीहाट के ब्यालपाटा मैदान में आरंभ की ओर से आयोजित 2 दिनी लघु पुस्तक मेले का रविवार को समापन हुआ। मेले के दूसरे दिन भी स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ स्थानीय अभिभावक की भीड़ बनी रही।
मेला स्थल पर ही रविवार को बच्चों के पढ़ने के लिए विशेष रीडिंग स्टॉल भी बनाया गया था। रीडिंग स्टॉल में बच्चों ने आराम से बैठकर बाल साहित्य का आनंद उठाया। बच्चों ने इस स्टॉल में कविताओं व कहानियों का सामूहिक पाठ भी किया।
रविवार को मेले का आयोजन दोपहर एक बजे से शाम छह बजे तक किया गया। पाठकों में उत्तराखण्ड केंद्रित किताबों की विशेष मांग रही। साथ ही बच्चों और अभिभावकों में बाल साहित्य का खासा आकर्षण रहा। देवेन मेवाड़ी और गीता गैरोला के यात्रा वृत्तांत की भी लोगों में खासी मांग रही।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र बिष्ट ने कहा कि बच्चों में किताबों के प्रति लगाव जगाने को ऐसे मेले निरंतर होते रहने चाहिए। जब ऐसे मेले और संबंधित गतिविधियां छात्र जीवन का हिस्सा बनेंगी तभी बच्चे और समाज सही मायनों में विकसित होंगे। स्थानीय युवा भूपेश पन्त ने कहा कि इस तरह के आयोजन में बच्चों की भागीदारी पूरे गंगावली क्षेत्र के लिए उत्साहजनक है।
आज बेरीनाग महाविद्यालय में भी लगेगी पुस्तक प्रदर्शनी
मेला संयोजक शिवम ने बताया कि सोमवार को महाविद्यालय बेरीनाग में दिन में पुस्तक प्रदर्शनी और शाम को स्थानीय लोगों के लिए चार बजे से नगर पंचायत भवन के पास पुस्तक प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि 2 दिनी पुस्तक मेला बेहद उत्साहजनक रहा है। उन्होने रेनेसां नर्सरी स्कूल के प्रधानाचार्य त्रिभुवन रावल का कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उन्होंने विशेष आभार जताया।
