वन विभाग का दावा:- मारा गया गुलदार वास्तविक हमलावर,डीएफओ ने कहा वृद्ध हो चुका था हमलावर गुलदार

उत्तरा न्यूज डेस्क
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अल्मोड़ा:- हवालबाग विकासखंड के नैनोली गांव में लोगों पर हमलावर हो चुके गुलदार की मौत के बाद उठे सवालों को वन विभाग ने शांत करने का प्रयास किया है| वन विभाग का कहना है कि जिस गुलदार को शिकारी टीम ने पकड़ा है उसे काफी परीक्षण और वाँच करने के बाद मारा गया है| यह गुलदार वृद्ध हो चुका था और इसके दांत घिस चुके थे एेसी स्थिति में गुलदार मानव पर हमलावर हो जाते हैं|
अपने कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू हुए डीएफओ (उपवन संरकक्षक ) पंकज कुमार ने कहा कि 4 मई को गुलदार द्वारा हमले की पहली घटना हुई इसके बाद उसने लगातार लोगों पर हमले करने शुरु कर दिए | वन विभाग की टीम ने गांव में जागरुकता अभियान भी चलाया| पिंजरा लगाया और झांड़ियों को कटवाने के प्रयास किए लेकिन जब हमले बढ़ते ही रहे तो उच्च अधिकारियों से वार्ता कर गुलदार को मारने की अनुमति मांगी लेकिन विभाग ने उसे ट्रैंकुलाइज की तैयारी भी की थी लेकिन यह आसान नहीं था| करीब 11 दिन की मशक्कत के बाद 26 सितंबर को शिकारी लखपत सिंह ने उसे मार गिराया| उन्होंने कहा कि इस गुलदार को पहचाना गया| और गुलदार के लक्षण उसके हमलावर होने की पुष्टि कर रहे हैं| उन्होंने कहा कि अन्य स्थानों से जहां भी गुलदार के आने की शिकायत आ रही है वहां जनता को जागरुक किया जा रहा है| मालूम हो कि नैनोली गांव मे गुलदार ने आठ लोगों पर हमला कर दिया था जिसमें एक महिला पर दो बार गुलदार ने हमला कर उसे घायल कर दिया इसके अलावा दाड़िमखोला में एक महिला व मवेशियों पर हमला किया था|