सस्ता गल्ला विक्रेता ने दिखाया बड़ा दिल, लॉक डाउन(Lock Down) में तीन किरायेदारों का किराया(rent) किया माफ, जरूरतमंदों को बांटा निशुल्क राशन

UTTRA NEWS DESK
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Abhay sah

Rent of three tenants waived in lock down

अल्मोड़ा, 26 मई 2020
कोरोना वायरस (Corona virus) का कहर पूरी दुनिया में जारी है. इससे बचाव के लिए सरकार ने देशव्यापी लॉक डाउन (Lock Down) घोषित किया है. लॉक डाउन के चलते वर्तमान में सभी काम—धंधे ठप पड़े है. पिछले 2 माह में लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में कैद है. जिससे लोगों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है. ऐसे में घरों से दूर रहने वाले किरायेदारों (Tenant)
को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

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कोरोना संकट के बीच नगर निवासी अभय साह जरूरतमंदों के लिए सच्चे मददगार बन कर सामने आएं है. साह ने अपनी दुकान के किरायेदार का किराया 15000, एक आवासीय किरायेदार (Tenant) का 2 माह का किराया(rent) 7000 व एक आवासीय किरायेदार जो विद्यार्थी है उसका एक माह का किराया(rent) 4000 नहीं लेने का ऐलान किया है.

अभय साह सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता है. उन्होंने सरकार द्वारा निशुल्क प्रदत राशन के अतिरिक्त जो राशन मिलता हैं उसमें से 56 ऐसे कार्डधारकों को जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं उन्हें 1154.100 किग्रा गेहूं तथा 1765.900 किग्रा चावल कुल मिलाकर 2920 किग्रा राशन निशुल्क वितरण किया. इसके अलावा अन्य निर्धन व असहाय (needy) परिवारों को खुद के खर्च से 24,218 रुपये की खाद्य सामग्री निशुल्क वितरित की.

बता दे कि अभय साह सस्ता गल्ला विक्रेता के जिला कोषाध्यक्ष व हिंदू जागरण मंच की जिला इकाई के अध्यक्ष है. साह के इस कार्य की नगर में काफी प्रशंसा हो रही है.

साह ने सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता संगठन की ओर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री(PM) को ज्ञापन भेजा है. ज्ञापन में कहा कि देश में विषम परिस्थितियों में अपनी जान की परवाह किए बगैर जो लोग कोरोना महामारी से लड़ रहे है जिसमें डॉक्टर, नर्स, पुलिसकर्मी, पर्यावरण मित्र समेत अन्य लोग शामिल है. जिन्हें कोरोना वारियर्स (Corona warriors) के रूप में देखा जा रहा है. लेकिन गल्ला विक्रेताओं को इससे वंचित रखा गया है.

जबकि गल्ला विक्रेता कोरोना महामारी(Corona epidemic) के बीच अपनी जान जोखिम में डाल कर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे है. उन्होंने गल्ला विक्रेताओं को भी कोरोना वारियर्स (Corona warriors) की तरह संबोधित करने व वही सुविधा व सम्मान दिए जाने की मांग की है.