अल्मोड़ा:20 मार्च— कोरोना वाइरस के तेजी से फैल रहे प्रकोप के बीच कई तैयारिया और कई तैयारियों की जरूरत सामने आई है।
ऐसे समय में भारत में इसे रोकने के लिये हमें कड़े कदम उठाते हुये सावधानी बरतते हुए और जरूरी कदम उठाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि राज्य की सीमा पर सुरक्षा की दृष्टि से स्वास्थ्य परीक्षण (स्क्रीनिंग)की व्यवस्था यथाशीध्र सुनिश्चित की जाय जिससे संक्रमित व्यक्ति के किसी नये स्थान में पहुचने से पहले ही उसका उपचार किया जा सके ।
इससे संक्रमण फैलने की संभावनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है । पर्वतीय क्षेत्रों में आने वाले यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण करने की व्यवस्था एवं गाड़ियों में छिड़काव होना नितान्त आवश्यक है।
चूंकि यदि पहाड़ों की स्वस्थ्य वादियों में यह संक्रमण फैल गया तो इसे रोका जाना दुष्कर होगा । आपके संज्ञान में यह लाना आवश्यक है कि आज उत्तराखण्ड का प्रत्येक पर्वतीय भू-भाग बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के अभावमें जूझ रहा है ।
यहां चिकित्सकों की भारी कमी है वहीं दूसरी ओर परीक्षण हेतु पैथोलाजी एवं विशेषज्ञों का अभाव है ।
यदि यह बीमारी पर्वतीय क्षेत्रों में फैल गयी तो इसे रोक पाना मुश्किल होगा और यह पर्वतीय क्षेत्र में महामारी का भयंकर रूप ले लेगी।
उन्होंने इस बीमारी को रोकने के लिये महानगरों(Metros) से पर्वतीय क्षेत्र को आने वाले समस्त यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं गाड़ियों में छिड़काव अनिवार्य रूप से कराने के आदेश समस्त राज्य सरकारों को निर्गत करने की महति कृपा करें ।