राफेल डील हो सार्वजनिक : टम्टा

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा। राफेल डील पर कांग्रेस ने भारत सरकार पर बड़े घोटाले का आरोप लगाया है। यहाँ कांग्रेस कार्यालय में प्रेस वार्ता में राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता प्रदीप टम्टा कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी जीरो टोलरेंस की बात कहते है लेकिन राफेल डील ने उनकी पोलपट्टी खोल कर रख दी है। जिस विमान की कीमत यू पी ए के समय 526 करोड़ थी वो अब 1670 करोड़ पहुच गयी। 2008 में हमने 6 कम्पनिया शार्ट लिस्ट की थी जो कि फ़्रांस,अमेरिका और अन्य देशों की थी।

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2012 में फ़्रांस की डेसर्ट कंपनी और भारत सरकार के बीच एक समझौता हुआ । इसके तहत कुल 126 विमान बनने थे।18 विमान फ़्रांस बनकर आने थे बाकि 108 हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड के साथ एक संयुक्त उपक्रम के तहत भारत में लगाये जाने थे, इससे एक और लाखों लोगो को रोजगार तो मिलता हो साथ ही भविष्य में हमें नए विमान बनाने के लिए टेक्नोलॉजी भी प्राप्त होती। लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद इस समझौते को रद्द कर दिया गया। और बिना किसी री टेण्डेर के 36 विमान खरीदने की घोषणा कर दी गयी और एक राफेल विमान की कीमत 1670 करोड़ पहुच गयी। जबकि ना तो टेक्नोलॉजी ट्रांसफर होनी थी। इसी विमान को 1319.80 करोड़ रूपये मिश्र और एक अन्य देश को बेचा गया।

सवाल खड़ा करते हुए कहा कि एक ही वि्मान की अलग अलग कीमते क्यों है।प्रदीप टम्टा ने कहा कि भारत में एक मीडिया कॉन्क्लेव में बोलते हुए फ़्रांस के राष्ट्रपति कहा कि भारत की आतंरिक राजनीति में फ़्रांस की कोई दिलचस्पी नहीं है, अगर भारत सरकार चाहे तो भारत सरकार संसद और विपक्ष के सामन इस सौदे कोे साझा कर सकती है और फ़्रांस की सरकार को इस पर कोई आपत्ति नही है।

इस मौके पर विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल,कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डे, पूर्व विधायक मनोज तिवारी, नगर अध्यक्ष पूरन रौतेला,बिट्टू कर्नाटक,जिला प्रवक्ता हेम तिवारी आदि मौजूद रहे।