उत्तराखंड की परिसंस्कृति को वैज्ञानिक रूप से समझने का होगा प्रयास,जीजीआईसी बाड़ेछीना में आयोजित हुई गोष्ठी

Newsdesk Uttranews
1 Min Read
badechhina 2 1

अल्मोड़ा। अल्मोडा जनपद में कार्यरत लक्ष्मी सामाजिक विकास एवं स्वास्थ्य समिति की ओर से भारत सरकार के राष्ट्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं संचार परिषद (विज्ञान एवं तकनीकि विभाग) नई दिल्ली के सहयोग से “ईको रूटस” पर दो दिवसीय ईको हन्ट का संयोजन जीजीआईसी बाड़ेछीना में किया गया।

new-modern

badechhina

परियोजना प्रभारी सौरभ जोशी ने बताया कि ईको हन्ट का मुख्य उदेश्य उत्तराखण्ड की परिसंस्कृति को वैज्ञानिक दृष्टि से समझना, ईको संस्कृति आधारित पुनर्वास हेतु विज्ञान संचार के माध्यम से स्थानीय स्रोत को जागरूक करना तथा पुर्न वास हेतु समुदाय को जागरूक कर परिसंस्कृति का संरक्षण करना है। क्षेत्रीय स्तर पर पारिस्थितिकी तनावों, समस्याओं की वजह से होने वाले पलायन, सिमटते जंगलों के पुर्नवास हेतु वैज्ञानिक दृष्टिकोण बनो के बारे में विचार व्यक्त किए। संचालन ईको हन्ट का संयोजन संस्था के परियोजना प्रभारी सौरभ जोशी ने किया।