राज्य निर्माण के शहीदों को कर्मचारियों ने किया याद,विचार गोष्ठी की आयोजित राज्य के सभी जिलों में पहुंचाई जाएगी यह मुहिम

Newsdesk Uttranews
3 Min Read
karmchari

new-modern

उत्तरा न्यूज अल्मोड़ा- उत्तराखंड कार्मिक एकता मंच द्वारा चौघानपाटा स्थित गांधी पार्क में जन गीतों के साथ रामपुर तिराहा कांड के शहीदों को श्रद्धांजली देने के बाद वन विभाग के चिंतन सभागार में विचार गोष्ठी का आयोजन किया | क्या था शहीदों का सपना कितना हो सका पूरा ? विषय पर सम्पन्न गोष्ठी में वक्ताओं ने राज्य प्राप्ति के आंदोलन में ऐतिहासिक भागेदारी करने वाले समूचे कार्मिक समुदाय से विकास हेतु जवाबदेही को लेकर एक मंच पर आने की अपील की गई |तय किया गया कि एकता की मुहिम को मुकाम तक पाहुचाने के लिए 13 जनपदों का भ्रमण कर व्यापक संपर्क किया जाएगा और राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 9 नवम्बर को देहरादून में विचार गोष्ठी की जाएगी |
गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए मंच के मुख्य संयोजक रमेश चन्द्र पांडे ने कहा कि आज दो अभी दो उत्तराखंड राज्य दो ,हम एक हैं | जैसे जुनूनी नारे लगाते हुए शहादत देने वाले अमर शहीदों का मूल सपना था आवाज दो हम एक हैं क्यों कि इस नारे की ताकत के बल पर हमें राज्य तो मिल गया लेकिन एकता का यह नारा राज्य बनने के बाद बिखर गया | शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि हम सब आवाज हम एक हैं के नारे को धरातल पर साकार करने का संकल्प लें|
गोष्ठी का संचालन करते हुए उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष धीरेन्द्र पाठक ने कहा कि एकता मंच द्वारा जवाबदेही के लिए एकता मंच की मुहिम सराहनीय है इसे मुकाम तक पहुचाने के लिये सभी जनपदों का भ्रमण जरूरी है |
मंच के प्रांतीय सह संयोजक श्याम सिंह रावत ने कुमाऊँ विश्व विद्यालय नैनीताल में जन संचार विभाग एवं पत्रकारिता के विभागाध्यक्ष डा0 गिरीश रंजन तिवारी द्वारा भेजे गए संदेश की जानकारी दी |
मिनिस्ट्रियल फ़ेडेरेशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष केशर सिंह रावत ने कहा कि एकता मंच की पहल स्वागतयोग्य है और मिनिस्ट्रियल फ़ेडेरेशन मंच के साथ है |
गोष्ठी में एडवोकेट पी0सी0तिवारी , मिनिस्ट्रियल फ़ेडेरेशन के जिला मंत्री पुष्कर सिंह भेसोड़ा जिला संयोजक डी0डी0 फुलोरिया ,धौलादेवी ब्लॉक के मंत्री जी0बी0जोशी ,मनोज लोहनी,सुरेश जोशी ,दिनेश तिवारी ,श्रीमती प्रीति चिलवाल ,भगवत प्रसाद पंत, धनराज,मनोज पांडे,अमित बोरा आदि थे |

karmchari 2