अब सहस्त्र धारा की तर्ज पर केदार घाटी में भी बनेगा हेलीपोर्ट, जल्दी स्थापित किए जाएंगे वेदर स्टेशन और डायरेक्शन इंडिकेटर

उत्तराखंड सरकार केदारनाथ धाम के लिए संचालित होने वाली हेली सेवाओं को और सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की दिशा में नए कदम उठा रही है।…

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उत्तराखंड सरकार केदारनाथ धाम के लिए संचालित होने वाली हेली सेवाओं को और सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की दिशा में नए कदम उठा रही है। ऐसे में केदार घाटी में सहस्त्र धारा की तर्ज पर हेलीपोर्ट तैयार किए जाएंगे।

इसमें वेदर स्टेशन विंड इंडिकेटर व सर्विलेंस कैमरा समेत तमाम तकनीक की सुविधा भी विकसित की जाएगी, जो हेलीपोर्ट के लिए जरूरी होती है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने इसके लिए सरकार से अनुमति प्राप्त कर ली है। अब जल्द इसके लिए जमीन चिह्नित की जाएगी।


प्रदेश में इस वर्ष पहले चरण की चार धाम यात्रा में हेली दुर्घटनाओं के बाद हेली सेवाओं के संचालक को और सुरक्षित बनाने पर जोर दिया जा रहा है। यही कारण है कि सितंबर में शुरू हुई दूसरे चरण की यात्रा में महानिदेशक नागरिक उड्डयन कार्यालय (डीजीसीए) ने हेली संचालन के लिए मानकों में बदलाव किया।


दूसरे चरण की यात्रा सकुशल संपन्न हुई। अगले वर्ष अप्रैल में फिर से चार धाम यात्रा शुरू होगी। ऐसे में यूकाडा अभी से इसकी तैयारियों में जुट गया है। इसके लिए यूकाडा की लगातार डीजीसीए से वार्ता चल रही है। इसके बाद केदारघाटी में सहस्रधारा की तर्ज पर हेलीपोर्ट बनाने पर विचार किया जा रहा है।


यहां सीसी कैमरा, वेदर स्टेशन, वेदर कैमरा, एंबुलेंस की व्यवस्था, यात्रियों की सुरक्षा, विंड डायरेक्शन इंडीकेटर लगाए जाएंगे। इसका एक लाभ यह होगा कि सभी हेली सेवाएं एक ही स्थान से संचालित हो सकेंगी।

इससे यात्रियों को भी राहत मिलेगी। अभी केदारनाथ के लिए फाटा, सिरसी और गुप्तकाशी में बने हेलीपैड से हेली सेवाओं का संचालन किया जाता है।


इस वर्ष यात्रा के दूसरे चरण में हेली सेवाओं को नियंत्रित करते हुए इनके फेरों में कटौती की गई थी। जिससे यात्रियों की संख्या में 30 प्रतिशत कटौती हुई। इससे हेली सेवाओं का किराया भी बढ़ा। आगामी यात्रा को भी इसी क्षमता के साथ संचालित करने की तैयारी है। इससे किराये में वृद्धि हो सकती है।


‘केदार घाटी में सहस्रधारा की तर्ज पर हेलीपोर्ट विकसित करने पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही यहां जमीन चिह्नित करने का कार्य शुरू किया जाएगा।’

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