बिहार विधानसभा चुनाव के शुरुआती रुझानों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एनडीए ने दमदार प्रदर्शन करते हुए बड़ी बढ़त बना ली है। ताजा आंकड़ों के अनुसार एनडीए 243 सदस्यीय विधानसभा में 189 सीटों पर आगे चल रहा है, जो बहुमत के लिए जरूरी 122 के आंकड़े से काफी ऊपर है। यह नतीजे एनडीए के लिए ऐतिहासिक माने जा रहे हैं।
पिछले चुनाव यानी 2020 में हुए चुनाव में एनडीए को 125 सीटें मिली थीं, जबकि इस बार शुरुआती रुझान में गठबंधन सीधा 64 सीटों की बढ़त पर पहुंच गया है। इस प्रदर्शन ने चुनावी माहौल में बड़ा संदेश दे दिया है।
| पार्टी | आगे | जीते | +/- | 2020 |
| एनडीए (NDA) | 189 | 0 | 189(64) | 125 |
| – भाजपा | 86 | 0 | 86(12) | 74 |
| – जदयू | 76 | 0 | 76(33) | 43 |
| – लोजपा (आर) | 20 | 0 | 20(19) | 1 |
| – रालोमो | 2 | 0 | 2(2) | 0 |
| – हम | 4 | 0 | 4(0) | 4 |
| महागठबंधन | 50 | 0 | 50(-60) | 110 |
| जनसुराज | 0 | 0 | 0(0) | 0 |
| अन्य (Others) | 4 | 0 | 4(-4) | 8 |
एनडीए की बड़ी जीत में सभी सहयोगी दलों का अहम योगदान नजर आ रहा है। सबसे बड़ा उछाल जनता दल यूनाइटेड को मिला है, जो पिछले चुनाव की 43 सीटों के मुकाबले इस बार 76 सीटों पर बढ़त में है। लोजपा आर ने भी केवल 1 सीट से बढ़कर 20 सीटों तक पहुंचकर अपनी मौजूदगी को मजबूत किया है। भाजपा भी 74 से ऊपर बढ़कर 86 सीटों पर आगे चल रही है।
दूसरी ओर महागठबंधन के लिए यह नतीजे करारा झटका हैं। पिछली बार जहां इसे 110 सीटें मिली थीं, वहीं इस चुनाव में शुरुआती रुझानों में गठबंधन सिर्फ 50 सीटों पर आगे है।
शुरुआती रुझान साफ संकेत देते हैं कि बिहार में इस बार एनडीए के पक्ष में मजबूत जनादेश मिल रहा है। हालांकि ये प्रारंभिक आंकड़े हैं और अंतिम परिणाम आने तक स्थिति में कुछ बदलाव संभव है, लेकिन फिलहाल एनडीए स्पष्ट रूप से बहुत बढ़ी बढ़त में है,जिसे पाट पाना संभव नही दिख रहा है।
