नई दिल्ली। दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस विस्फोट की गूंज न सिर्फ राजधानी में बल्कि देश दुनिया तक पहुंच गई है। दिल्ली को दहलाने वालों तक पहुंचने के लिए सुरक्षा एजेंसियां लगातार कार्रवाई में जुटी हैं। कई स्तर पर बैठकें चल रही हैं और जांच टीमें सुरागों को जोड़ने की कोशिश कर रही हैं। कौन लोग इस साजिश के पीछे हैं और यह योजना कैसे बनी इसकी तह तक पहुंचने की कोशिशें जारी हैं।
धमाके के बाद दिल्ली के लोगों में डर और चिंता साफ देखी जा रही है। कल शाम हुए इस विस्फोट में अब तक दस लोगों की मौत हो चुकी है जबकि बीस लोग घायल हैं। मरने वालों में कई आम नागरिक हैं जिनका इस पूरे खेल से कोई लेना देना नहीं था। उनके परिवार अब भी सदमे में हैं और अस्पतालों में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे अपने परिजनों का हाल जानने की कोशिश कर रहे हैं।
जांच में सामने आया है कि धमाके में जिस सफेद हुंडई आई ट्वेंटी कार का इस्तेमाल किया गया था वह पुलवामा के डॉक्टर उमर मोहम्मद के नाम पर रजिस्टर्ड थी। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में विस्फोट से ठीक पहले उसी कार में एक नकाबपोश ड्राइवर दिखाई दिया है। सूत्रों के मुताबिक विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट और ईंधन तेल का इस्तेमाल किया गया था। मौके से डेटोनेटर भी मिले हैं जिसके बाद जांच एजेंसियों ने यूएपीए के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दिल्ली पुलिस ने रातभर अलग अलग होटलों में छापेमारी की और चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है। अब तक करीब तेरह लोग जांच के घेरे में हैं। फरीदाबाद कनेक्शन भी सामने आया है जहां ब्लास्ट से कुछ घंटे पहले करीब दो हजार नौ सौ किलो विस्फोटक बरामद हुआ था और तीन डॉक्टरों को हिरासत में लिया गया था।
मिली जानकारी के मुताबिक विस्फोट वाली कार करीब तीन घंटे तक लाल किले के पास खड़ी रही थी और ड्राइवर ने गाड़ी छोड़ी ही नहीं थी। बाद में पुलिस ने बदरपुर बॉर्डर तक उसका रूट ट्रेस किया है। विस्फोट के बाद दिल्ली और एनसीआर को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मेट्रो स्टेशनों ऐतिहासिक इमारतों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
लोकनायक अस्पताल में धमाके में बचे लोग गंभीर हालत में भर्ती हैं। कई को जलने और अंदरूनी चोटें आई हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने ऐसा विस्फोट पहले कभी नहीं सुना। इलाके में देर रात तक अफरा तफरी और डर का माहौल बना रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमाके की पूरी जानकारी दी गई है। गृह मंत्री अमित शाह ने एनआईए और एनएसजी अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन ने इस हमले में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना जताई है। देश के तमाम राजनीतिक दलों ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा पर बड़ा हमला बताया है और त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
दिल्ली विस्फोट के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने नागरिकों के लिए यात्रा संबंधी चेतावनी जारी की है। कई देशों के नेताओं ने इस हमले की निंदा की है और भारत के साथ एकजुटता जताई है। राजधानी का माहौल अब भी तनावपूर्ण है और पुलिस हर सुराग पर नजर रखे हुए है।
