रामनगर में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को हिला दिया। नैनीताल जिले के कानियां गांव में तीन बच्चे दिवाली के पटाखों से खेलते हुए बुरी तरह घायल हो गए। हादसा उस वक्त हुआ जब बच्चे फूटे हुए पटाखों से निकले बारूद को इकट्ठा कर बोतल में भर रहे थे। खेल के दौरान एक बच्चे ने जैसे ही आग लगाई तो जोरदार धमाका हो गया। धमाके की आवाज सुनकर गांव में अफरा तफरी मच गई।
विस्फोट में नौ साल का मोहन रौतेला बुरी तरह जख्मी हो गया। बताया जा रहा है कि धमाके में उसका एक हाथ कलाई से नीचे अलग हो गया। उसके साथ खेल रहे मनीष सैनी और भानु सैनी को भी चोटें आई हैं। हादसे के बाद लोग मौके पर पहुंचे और बच्चों को तुरंत अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने गंभीर हालत में मोहन को हायर सेंटर रेफर कर दिया। बाकी दोनों बच्चों का इलाज रामनगर के अस्पताल में चल रहा है।
गांव वालों का कहना है कि बच्चे अक्सर पटाखों के बारूद से खेलने की कोशिश करते हैं। उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई है कि पटाखा बेचने वालों पर सख्ती की जाए ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो। गांव में अब मातम छाया हुआ है। परिवार के लोग सदमे में हैं। मोहन छठी कक्षा में पढ़ता है और हादसे के वक्त अपने दोस्तों के साथ घर के पास खेल रहा था।
घटना की खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच गए। कोतवाल सुशील कुमार ने बताया कि हादसे की जांच शुरू कर दी गई है और अभिभावकों से कहा गया है कि बच्चों को पटाखों और बारूद जैसी चीजों से दूर रखें। डॉक्टरों ने भी चेतावनी दी है कि पटाखों के बारूद से खेलना जानलेवा साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को इस तरह के खेल से रोकना बहुत जरूरी है ताकि कोई और मासूम इस तरह की लापरवाही का शिकार न बने।
