अयोध्या। लगभग पांच शताब्दियों के लंबे इंतजार के बाद अब श्री राम जन्मभूमि मंदिर का भव्य निर्माण कार्य पूरी तरह से संपन्न हो चुका है। वर्ष 2020 में शुरू हुए इस ऐतिहासिक निर्माण कार्य का पहला चरण 22 जनवरी 2024 को पूरा हुआ था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर का उद्घाटन किया था। इसके बाद भी परिसर से जुड़े कुछ कार्य जारी थे, जिन्हें अब पूरी तरह समाप्त कर लिया गया है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने घोषणा करते हुए बताया कि अब मंदिर परिसर के सभी निर्माण कार्य पूर्ण हो गए हैं। मुख्य मंदिर के साथ परकोटा में भगवान शिव, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, सूर्यदेव, देवी भगवती, देवी अन्नपूर्णा और शेषावतार के मंदिर भी पूरी तरह तैयार हो चुके हैं। इन सभी मंदिरों पर ध्वजदंड और कलश स्थापित किए जा चुके हैं।
ट्रस्ट ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि सभी श्रद्धालुओं को यह बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर से संबंधित सभी कार्य पूर्ण हो चुके हैं। इसके साथ ही सप्त मंडप — जिसमें महर्षि वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, निषादराज, शबरी और ऋषि पत्नी अहल्या मंदिर शामिल हैं — का निर्माण भी संपन्न हो गया है। सन्त तुलसीदास मंदिर का निर्माण और जटायु व गिलहरी की प्रतिमाओं की स्थापना भी पूरी हो चुकी है।
दर्शनार्थियों की सुविधाओं से जुड़े सभी कार्य जैसे मार्ग निर्माण, फ्लोरिंग, लैंडस्केपिंग, हरियाली और पंचवटी क्षेत्र का सौंदर्यीकरण भी पूर्णता के करीब है। यह कार्य एल एंड टी और जीएमआर द्वारा किया गया है। वर्तमान में केवल वे निर्माण कार्य शेष हैं जिनका सीधा संबंध श्रद्धालुओं से नहीं है, जैसे ट्रस्ट कार्यालय, सभागार, अतिथि गृह और 3.5 किलोमीटर लंबी चारदीवारी का निर्माण।
