अल्मोड़ा: आर्थिक तरक्की में सहकारिता मॉडल बहुत जरूरी है। प्रदेश सहकारिता मंत्री के निर्देश पर ‘सहकारिता से हस्तशिल्प संरक्षण’ थीम पर शुक्रवार से सात दिनी मेला शुरू होगा।
इस मेले में 100 से अधिक स्टालों में हस्तशिल्प, जैविक उत्पाद, प्राकृतिक कृषि, ऊनी उत्पाद, ऐपण आदि की बिक्री भी होगी। मेले का मुख्य उद्देश्य लोकल फार लोकल के जरिए स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना है।
बुधवार को अल्मोड़ा जिला सहकारी बैंक सचिव महाप्रबंधक एमएस भंडारी ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया विभिन्न योजनाओं में बैंक और सहकारी समितियां रोजगार पर ऋण उपलब्ध करा रही हैं।
ऋण लेकर अधिकांश लोगों के आजीविका के स्तर में सुधार हुआ है। सफलता की इन कहानियों को मंच देने के लिए मेले का आयोजन किया जा रहा है, ताकि लोग इससे प्रेरणा लेकर रोजगार के अन्य अवसर पैदा कर सकें।
उन्होंने बताया बैंक सहकारिता विभाग और प्रशासन के सहयोग से सिमकनी मैदान में शुक्रवार 3अक्टूबर से 7 दिन तक मेला लगेगा। मेले में स्थानीय लोगों के अलावा बाहरी जिलों के 100 से अधिक उद्यमी और समूह स्टॉल लगाकर उत्पादों की बिक्री करेंगे।
प्रातः 11 से रात को 10 बजे तक चलने वाले इस कार्यक्रम में उद्यमियों को उत्पाद पैकेजिंग और ब्रेडिंग के गुर भी सिखाए जाएंगे। स्कूली बच्चों की वाद विवाद, निबंध लेखन, कला, क्विज आदि प्रतियोगिताएं भी होंगी। महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, युवा उद्यमिता, सहित अन्य विषयों पर विशेषज्ञ जानकारी देंगे। उन्होंने बताया केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा मेले का शुभारंभ करेंगे। 4 अक्तूबर को सहकारिता मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत मौजूद रहेंगे। पत्रकार वार्ता में सहायक निबंधक सहकारिता रोहित कुमार, उप महाप्रबंधक बलबीर सिंह पुंडीर, मेले की नोडल अधिकारी श्वेता उपाध्याय आदि मौजूद थे।
