दिल्ली पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे चैतन्यानंद सरस्वती को आखिरकार आगरा से पकड़ लिया है। उसे पुलिस ने ताजगंज इलाके के एक होटल से शनिवार तड़के करीब तीन बजकर तीस मिनट पर गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस टीम आरोपी को लेकर सीधे दिल्ली रवाना हो गई। खुद को बाबा बताने वाला चैतन्यानंद पिछले काफी वक्त से पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार घूम रहा था। उस पर जमीन हड़पने और छात्राओं से यौन शोषण करने जैसे गंभीर आरोप हैं।
दिल्ली पुलिस ने उसकी तलाश में कई जगह छापेमारी की थी। हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी टीमें भेजी गईं। आखिरकार लोकेशन आगरा में मिली और वहीं से पुलिस ने दबोच लिया। इस गिरफ्तारी से ठीक एक दिन पहले पटियाला हाउस कोर्ट ने उसकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। जिसके बाद उस पर गिरफ्तारी का खतरा और बढ़ गया था।
चैतन्यानंद पर आरोप है कि उसने वसंत कुंज के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट की करोड़ों की जमीन और फंड पर कब्जा करने के लिए ट्रस्ट के नाम से खेल रचा। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने बीते सालों में करीब बीस करोड़ रुपये नए ट्रस्ट में ट्रांसफर किए और जुलाई से साठ लाख रुपये नकद भी निकाल लिए। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने उन्नीस सितंबर को तीन एफआईआर दर्ज की थीं जिनमें धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात की धाराएं भी शामिल हैं।
इतना ही नहीं। इस बाबा पर छात्राओं के यौन शोषण के आरोप भी हैं। संस्थान में ईडब्ल्यूएस वर्ग की सत्रह लड़कियों ने शिकायत की थी कि आरोपी उन्हें अपने आश्रम बुलाता और छेड़छाड़ करता था। शिकायत के मुताबिक बाबा ने छात्राओं को धमकियां भी दीं। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद अब पूरे मामले की गहन जांच की जाएगी।
