करीब दो दशक बाद दिल्ली परिवहन निगम ने फिर से अंतरराष्ट्रीय बस सेवा शुरू की है। हाल ही में यूपी के बड़ौत के लिए 6 ई-बसों की शुरुआत की गई है। निगम आवास योजना को और आगे बढ़ाने के बारे में सोच रहा है इसके तहत राज्यों के 17 शहरों के लिए 100 ही बसे चलाई जाएगी अधिकारियों ने बताया कि जून में डीटीसी बोर्ड की बैठक में योजना को हरी झंडी दिखाई गई थी।
दिल्ली सरकार उत्तराखंड, यूपी, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के 17 शहरों के लिए ई-बसों का संचालन करेगी। विभाग ने बसों की खरीद और सेवा शुरू करने के लिए अन्य राज्यों के साथ समन्वय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
नई सेवा शुरू होने के बाद दिल्ली से ऋषिकेश, हरिद्वार, देहरादून, अयोध्या, लखनऊ, मुरादाबाद, अलवर, बीकानेर, जयपुर, अमृतसर, पटियाला, चंडीगढ़, पानीपत और जम्मू तक सीधी बस यात्रा संभव हो सकेगी। यह कदम न सिर्फ यात्रियों के लिए सफर को आसान बनाएगा बल्कि प्रदूषण कम करने में भी मददगार होगा।
इस सेवा के लिए 12 मीटर लंबी और एसी बसें खरीदी जा रही हैं यह शहर में चलने वाले सामान्य बसों से ज्यादा बेहतर है इसमें आरामदायक सीटें, ऐप-आधारित टिकटिंग सुविधा, सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस और पैनिक बटन जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी।
डीटीसी की अंतरराज्यीय बस सेवा पहले भी बेहद लोकप्रिय रही है। 2004 तक निगम की बसें दिल्ली से अन्य राज्यों में नियमित रूप से चलती थीं। यात्रियों की पहली पसंद होने के बावजूद, डीजल से सीएनजी में परिवर्तन और दूसरे राज्यों में सीएनजी की सुविधा न होने से यह सेवा धीरे-धीरे बंद हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि बसों की खरीद और अन्य राज्यों के साथ तालमेल की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नई बसों की डिलीवरी होने के बाद यह सेवा शुरू कर दी जाएगी। इसके शुरू होने के बाद दिल्ली और पड़ोसी राज्यों के बीच यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों को सीधी, आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का नया विकल्प मिलेगा।
