पति के झगड़े के बाद आत्महत्या करने के लिए 43 वर्षीय महिला रात को लगभग 10:00 बजे गंगा नदी में कूद गई लेकिन जब उसे होश आया तो वह किनारे पर थी फिर वहां उसे मगरमच्छ जैसा कुछ दिखा तो वह भाग कर एक बाग में पहुंची और अमरूद के पेड़ पर चढ़कर बैठ गई।
सुबह लगभग 5:00 बजे वहां कुछ लोग उसे दिखे तो उसने शोर मचाया। पुलिस उसे जाजमऊ चौकी ले गई, जहां महिला ने पूरी कहानी सुनाई। पुलिस ने समझाबुझाकर उसे घर भेज दिया। वह कानपुर की रहने वाली है और पुलिस को वह उन्नाव के शुक्लागंज क्षेत्र के बाग में मिली थी।
कानपुर के अहिरवां निवासी टेंपो चालक की शादी करीब 23 साल पहले हुई थी। दंपति के बच्चे नहीं है पति ने पत्नी का उपचार भी कराया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसी बीच अक्सर इन दोनों के बीच विवाद होने लगा। हालांकि पत्नी का आरोप है कि पति शराब पीकर उससे झगड़ा करता है।
पति में बताया कि शाम को वह 4:00 बजे घर पहुंचा। पड़ोस में बैठी पत्नी से उसने चाय बनाने को कहा तो पत्नी ने इनकार कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों के बीच लड़ाई होने लगी।
शाम को करीब 5:00 बजे पत्नी घर से दवा लेने की बात कह कर निकल गई। काफी समय तक जब वह नहीं लौटी तो आसपास तलाश शुरू की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला।
उन्होंने बताया कि पहले भी पत्नी नाराज होकर घर से कई बार जा चुकी है। हालांकि हर बार लौट आती थी। वहीं, पत्नी ने बताया कि वह घर से पैदल जाजमऊ स्थित पुल पहुंची और गंगा में कूद गई। वह किनारे पहुंची, उसका उसे पता नहीं।
बताया जा रहा है कि जब उसे होश आया तो वह चंदन घाट पर किनारे पर थी। वहां घुटनों तक का पानी था पास में उसे एक मगरमच्छ दिखाई दिया जिसके बाद वह अमरूद के एक पेड़ पर चढ़कर बैठ गई।
शुक्लागंज की गंगा घाट कोतवाली के जाजमऊ चौकी इंदौर में बताया कि महिला के पति को बुलाकर आपस में तालमेल के साथ रहने के चेतावनी भी दी गई है।
