प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उपहार में मिले 1300 से भी अधिक वस्तुओं को बुधवार को आम लोग ई नीलामी के माध्यम से खरीद पाएंगे। इसमें जम्मू और कश्मीर की जटिल कढ़ाई वाला पशमीना शॉल, राम दरबार की तंजौर पेंटिंग नटराज की धातु प्रतिमा , गुजरात की रोगन कला( जिसमें जीवन वृक्ष को दर्शाया गया है), हाथ से बुना नागा शॉल समेत 1300 उपहार हैं।
इसके अलावा पेरिस ओलंपिक 2024 में भाग लेने वाले भारतीय पैरा एथलीट तो द्वारा उपहार में दिए खेल स्मृति चिन्ह भी शामिल है। प्रधानमंत्री को मिले उपहार की नीलामी का सारा पैसा नमामि गंगे परियोजना को दिया जाएगा। केंद्रीय संस्कृति का पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री को मिले 13 साल से अधिक उपहार की नीलामी की घोषणा की।
उन्होंने कहा नीलाम की जाने वाली वस्तुओं में पेंटिंग, कलाकृतियां, मूर्तियां, देवी-देवताओं की मूर्तियां और खेल सामग्री भी शामिल हैं। पहली नीलामी जनवरी 2019 में हुई थी। तब से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले हज़ारों अनोखे उपहारों की नीलामी की जा चुकी है, जिससे नमामि गंगे परियोजना के लिए 50 करोड़ से ज़्यादा की राशि जुटाई गई है।
मोदी पहले से प्रधानमंत्री जिन्होंने अपने सभी स्मृति चिन्ह इस गंगा को साफ करने वाले परियोजना के लिए समर्पित किए हैं।
इस वर्ष के संस्करण में 1,300 से अधिक वस्तुएं शामिल होंगी, जोकि 17 सितंबर से 2 अक्टूबर , 2025 तक आधिकारिक पोर्टल www.pmmementos.gov.in पर बोली के लिए उपलब्ध होंगी।
यह संग्रह भारत की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाता है, जिसमें पारंपरिक कला, चित्रकला, मूर्तिकला, हस्तशिल्प और आदिवासी कलाकृतियों से लेकर सम्मान और आदर के औपचारिक उपहार तक शामिल हैं।
