उत्तराखंड में कॉलेज में पारंपरिक शिक्षा के साथ अब की जाएगी मल्टी स्किल सेंटर की स्थापना, युवाओं को मिलेगा रोजगार

उत्तराखंड प्रदेश सरकार अब उच्च शिक्षा संस्थानों में पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास प्रशिक्षण को बढ़ावा देने जा रही है। अब कॉलेज में कौशल…

उत्तराखंड प्रदेश सरकार अब उच्च शिक्षा संस्थानों में पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास प्रशिक्षण को बढ़ावा देने जा रही है। अब कॉलेज में कौशल विकास प्रशिक्षण को अनिवार्य किया जा रहा है।

इसके लिए हर कॉलेज में मल्टी स्कूल सेंटर भी बनाया जाएगा। इससे युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अधिक अफसर भी प्राप्त होंगे। सरकार के स्तर से युवाओं और कौशल विकास रोजगार नीति पर विशेष फोकस किया जाएगा जिसके तहत कॉलेज में मल्टी स्किल सेंटर स्थापित करने की तैयारी की जाएगी।

इसमें भाषा और सूचना प्रौद्योगिकी कौशल को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही छात्रों को नियमित पढ़ाई के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का भी अवसर मिलेगा।


प्रदेश के श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, कुमाऊं विवि और सोबन सिंह जीना विवि अल्मोड़ा में इस समय एक लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। तीनों राज्य विवि से राज्य के 119 राजकीय महाविद्यालय संबद्ध हैं। इन संबद्ध सरकारी कालेजों में से 45 कालेजों के पास अपने भवन तक नहीं हैं।


कई जगह प्रयोगशाला और पुस्तकालय जैसी सुविधाओं का भी अभाव है। ऐसे में पहले यहां पारंपरिक शिक्षा को ही सही करना होगा
उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, चमोली और रुद्रप्रयाग जैसे दूरस्थ जनपदों में पढ़ने वाले ग्रामीण छात्रों को कौशल विकास से जोड़ने के लिए सबसे पहले इन कालेजों के आसपास इंक्यूबेटर सेंटर स्थापित करना जरूरी है। ये सेंटर न केवल विद्यार्थियों को प्रशिक्षण से जोड़ेंगे बल्कि उन्हें नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति से भी परिचित कराएंगे।


पारंपरिक शिक्षा के साथ हर कॉलेज में मल्टी स्किल सेंटर स्थापित करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। जिसमें भाषा कौशल, सूचना प्रौद्योगिकी कौशल एवं अन्य तकनीकी कौशल को भी प्रारंभ करने की समग्र योजना बनने की योजना है।