रामनगर। नैनीताल जिले में हो रही लगातार बारिश ने नदियों और नालों को उफान पर ला दिया है और इसका असर वन्यजीवों पर भी दिखाई दे रहा है। मंगलवार को रामनगर के मोहान और कुमेरिया के बीच कोसी नदी में दो विशाल हाथियों का बहाव में फंसना देखा गया। ग्रामीणों ने यह खतरनाक नजारा अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया।
बताया जा रहा है कि भारी बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया और जंगल के भीतर से गुजरते समय यह हाथियों का जोड़ा नदी में उतर गया। तेज बहाव ने उन्हें बहाव में खींच लिया लेकिन हाथियों ने अपनी फुर्ती और हिम्मत से कुछ ही देर बाद सुरक्षित किनारे पर पहुंचकर खुद को बचा लिया। यह दृश्य ग्रामीणों के लिए भी बेहद डरावना था।
स्थानीय लोग बताते हैं कि बरसात के दौरान इस तरह की घटनाएं आम हैं। जब नदियां उफान पर होती हैं तो जंगली जानवरों को नदी पार करने में दिक्कत होती है। कई बार हिरण, तेंदुआ और अन्य जीव तेज बहाव में बह जाते हैं। इस बार हाथियों का संघर्ष देखना ग्रामीणों के लिए पहली बार का अनुभव था।
वन विभाग के अधिकारी कहते हैं कि मानसून में ऐसी घटनाएं सामान्य हैं क्योंकि कोसी नदी कार्बेट टाइगर रिजर्व से होकर गुजरती है और बरसात में हमेशा तेज बहाव रहती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि नदी किनारे सतर्क रहें और वन्यजीवों से दूरी बनाए रखें।
हाथियों के बहाव में फंसने और सुरक्षित किनारे तक पहुंचने का यह नजारा अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। लोग इसे देखकर दंग हैं और इसे प्रकृति में जीवों के संघर्ष और साहस का प्रतीक बता रहे हैं। इससे यह साबित होता है कि कठिन परिस्थितियों में भी जीव जुझारूपन और हिम्मत से मुश्किलों से पार पा सकते हैं।
कुछ दिन पहले भी रामनगर में नहर में एक गुलदार बहते हुए देखा गया था। वन विभाग ने बताया कि वह सुरक्षित जंगल में वापस चला गया था। अब हाथियों का यह अनुभव यह दिखाता है कि उत्तराखंड में बारिश और बाढ़ के कारण वन्यजीवों को किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
