डीएम सविन बंसल ने एक पीड़ित मां की फरियाद सुनकर उसकी बेटी की पढ़ाई का रास्ता आसान कर दिया। महिला ने गुहार लगाई थी कि आर्थिक तंगी की वजह से वह बच्चों की पढ़ाई का खर्च नहीं उठा पा रही है। इस पर डीएम ने तुरंत कदम उठाते हुए श्री गुरु राम राय एजुकेशन मिशन से बात की और छात्रा की फीस में छूट दिलाने का अनुरोध किया। प्रबंधन ने डीएम के आग्रह पर छात्रा की पिछली साल की पचास प्रतिशत फीस माफ कर दी।
रामनगर की रजनी नाम की महिला किराये के घर में अपने दो बच्चों के साथ रहती है। वह प्राइवेट नौकरी कर घर चलाती है लेकिन आय इतनी नहीं है कि बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च उठा सके। उसकी बेटी शिवानी इस समय बारहवीं कक्षा में पढ़ रही है। रजनी ने कहा कि वह बेटी की पढ़ाई जारी रखना चाहती है लेकिन फीस भरना उसके लिए संभव नहीं है। इसी बात को लेकर वह डीएम के पास पहुंची और मदद की गुहार लगाई।
डीएम ने छात्रा के भविष्य को ध्यान में रखते हुए आश्वासन दिया कि शिवानी की आगे की पढ़ाई का पूरा खर्च प्रोजेक्ट नंदा सुनंदा से वहन किया जाएगा। इस भरोसे के बाद रजनी के चेहरे पर उम्मीद की एक नई रोशनी नजर आई। मां ने राहत की सांस ली कि अब उसकी बेटी की पढ़ाई अधूरी नहीं रहेगी।
डीएम ने समिति को इस मामले की रिपोर्ट पेश करने के भी निर्देश दिए हैं ताकि आगे की प्रक्रिया पूरी की जा सके। लोगों का कहना है कि प्रशासन की इस पहल से गरीब और जरूरतमंद परिवारों को बड़ी राहत मिल रही है और बच्चों का भविष्य सुरक्षित करने की दिशा में यह कदम बेहद अहम साबित होगा।
