उत्तराखंड में पंचायत चुनाव में एक बार फिर यह साबित हो गया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में भाजपा न केवल सत्ता में बल्कि जमीनी राजनीति में भी बेमिसाल बढ़त बना रही है। नामांकन के अंतिम दिन यानी 11 अगस्त को भाजपा के चार जिला पंचायत अध्यक्ष और 11 ब्लाक प्रमुख निर्विरोध चुने गए जबकि कांग्रेस के कई जगह मैदान में उतरने तक की स्थिति भी नहीं रही।
निर्विरोध जीते जिला पंचायत अध्यक्ष
•उत्तरकाशी – रमेश चौहान
•पिथौरागढ़ – जितेंद्र प्रसाद
•उधम सिंह नगर – अजय मौर्या
•चंपावत – आनंद सिंह अधिकारी
निर्विरोध जीते ब्लॉक प्रमुख
अंचला बोरा (चंपावत), चंद्रप्रभा (काशीपुर), उपकार सिंह (सितारगंज), सरिता राणा (खटीमा), ममता पंवार (भटवाड़ी), राजदीप परमार (डुंडा), राजेश नौटियाल (जाखणीधार), सुमन सजवाण (चंबा), नारायण ठाकुर (विकासनगर), लता देवी (पाबौ), मीनाक्षी आर्य (ताकुला)।
मुख्यमंत्री धामी की रणनीति में यह साफ दिखाई देता है कि वह स्थानीय समीकरणों को कैसे साधते हैं और विपक्ष को मैदान में उतारने का मौका भी नहीं देते हैं। भाजपा के प्रत्याशियों के चयन में जातिय भौगोलिक और सामाजिक संतुलन का भी ध्यान रखा गया है।
इसके बाद कांग्रेस गुटबाज़ी और संगठनात्मक कमजोरी से जूझती रही और कई जगह नामांकन तक दाखिल नहीं कर पाई। इन नतीजों ने साफ कर दिया है कि भाजपा का संगठन पंचायत से लेकर विधानसभा तक मजबूत है।
