रामनगर से करीब 22 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग 309 पर सोमवार को हुए दर्दनाक हादसे ने सुरक्षा इंतजामों की अनदेखी को उजागर कर दिया है। धनगढ़ी नाले के पास जलस्तर कम होने का इंतजार कर रहे लोगों को तेज रफ्तार बस ने कुचल दिया था जिसमें दो लोगों की मौत हुई थी। अब इलाज के दौरान दो और घायल दम तोड़ गए हैं जिससे मृतकों की संख्या चार हो गई है। सभी मृतक शिक्षक थे जो पढ़ाने के लिए जा रहे थे। घायलों को रामनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बरसात के मौसम में नाले के किनारे सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं और तेज रफ्तार वाहनों की आवाजाही के कारण यहां हादसों का खतरा ज्यादा रहता है। जलस्तर घटने का इंतजार करते वक्त यह दुर्घटना हुई जिससे साफ होता है कि इस इलाके में सुरक्षा प्रबंधों को मजबूत करने की जरूरत है। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि नाले के पास सुरक्षा बैरियर लगाए जाएं और ड्राइवरों को सतर्क रहने के लिए स्पष्ट संकेत दिए जाएं।
जानकार भी मानते हैं कि नाले के आसपास सड़क सुरक्षा के इंतजाम न होने से ऐसी घटनाएं बार-बार होती रहती हैं। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि वे सड़क किनारे सुरक्षा के उपायों को तुरंत लागू करें ताकि भविष्य में जान-माल की हानि रोकी जा सके। इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में चिंता और आक्रोश दोनों को जन्म दिया है।
