देहरादून। उत्तराखंड में मौसम का मिजाज फिलहाल बदला हुआ है। पहाड़ों से लेकर मैदान तक बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग ने 10 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, खासकर पहाड़ी इलाकों में अगले कुछ दिन हालात और बिगड़ सकते हैं।
मंगलवार को देहरादून, नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और टिहरी के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट लागू है, जबकि बाकी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
क्यों जारी हुआ अलर्ट?
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक रोहित थपलियाल के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक तेज बारिश का दौर जारी रहेगा। पहाड़ों में बारिश का असर ज्यादा रहेगा और निचले इलाकों में नदियों का जलस्तर बढ़ने का खतरा है। सुरक्षा को देखते हुए देहरादून, पौड़ी, टिहरी पिथौरागढ़ और हरिद्वार में मंगलवार को सभी स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया गया है।
नदियां खतरे के निशान के पास
लगातार बारिश से कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को छूने लगा है। ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर 338.60 मीटर तक पहुंच गया, जबकि खतरे का स्तर 340.50 मीटर है।
हरिद्वार में जलस्तर 292.75 मीटर है, खतरे का निशान 294 मीटर है।
पिथौरागढ़ के धारचूला में काली नदी 889 मीटर तक पहुंची (खतरा: 890 मीटर)।
बागेश्वर में सरयू नदी 866.60 मीटर (खतरा: 870.70 मीटर) पर बह रही है।
सड़कें और हाईवे बंद
बारिश के कारण पहाड़ों में जगह-जगह मलबा और पत्थर गिरने से यातायात बाधित है।
चार राष्ट्रीय राजमार्ग, पांच राज्य मार्ग और 79 ग्रामीण सड़कें बंद हो चुकी हैं।
ऋषिकेश-यमुनोत्री हाईवे महरगांव और स्यानाचट्टी के पास धंस गया है।
ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे डबरानी के पास मलबा आने से बंद है।
पिथौरागढ़ में तवाघाट-सोबला और तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पर बड़े पत्थर गिरने से रास्ता अवरुद्ध है।
जिन जिलों में सड़कें बंद
अल्मोड़ा – 2 सड़कें
बागेश्वर – 4 सड़कें
चमोली – 8 सड़कें
देहरादून – 8 सड़कें
नैनीताल – 13 सड़कें
पौड़ी – 20 सड़कें
रुद्रप्रयाग – 13 सड़कें
टिहरी – 8 सड़कें
