भारत और पाकिस्तान के बीच हालात इस वक्त बेहद तनावपूर्ण हो चुके हैं, और इसका असर अब क्रिकेट पर भी साफ दिखाई दे रहा है। बीसीसीआई ने आईपीएल 2025 को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। यह फैसला खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, हालात की गंभीरता को देखते हुए बीसीसीआई ने टूर्नामेंट को फिलहाल के लिए रोकने का निर्णय लिया है। बोर्ड की तरफ से साफ कहा गया है कि अभी देश की सुरक्षा सबसे अहम है और आगे हालात सामान्य होने पर ही यह तय किया जाएगा कि आईपीएल कब दोबारा शुरू किया जाएगा।
धर्मशाला मैच के दौरान हड़कंप, एयर रेड अलर्ट के बाद खाली कराना पड़ा स्टेडियम
आईपीएल 2025 का 58वां मुकाबला पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच धर्मशाला में खेला जा रहा था। इसी दौरान अचानक फ्लडलाइट्स बंद हो गईं। पहले इसे तकनीकी खामी माना गया, लेकिन थोड़ी ही देर में एयर रेड अलर्ट की खबर सामने आई, जिसके बाद खिलाड़ियों और अधिकारियों को तुरंत स्टेडियम खाली करने के निर्देश दिए गए। स्टेडियम 80% तक भरा हुआ था, लेकिन चंद मिनटों में ही इसे खाली करवा लिया गया। इस दौरान बाहर निकलते लोगों ने ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ जैसे नारे भी लगाए।
आतंकी हमलों के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई, पाकिस्तान की ओर से भी हमले
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों पर मिसाइल अटैक किए। जवाब में पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों पर हमले करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने उन्हें समय रहते रोक दिया।
कई शहरों में ब्लैकआउट और हाई अलर्ट, उड़ानें सस्पेंड
तनाव बढ़ने के बाद पंजाब के पठानकोट, अमृतसर, मोहाली और चंडीगढ़ जैसे इलाकों में ब्लैकआउट किया गया। एयर रेड सायरन और सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी। वहीं, धर्मशाला से सभी फ्लाइट्स को भी फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है।
पीएसएल भी यूएई शिफ्ट, क्रिकेट पर जंग का साया
जहां भारत ने आईपीएल को रोक दिया है, वहीं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने PSL के बचे हुए मैचों को यूएई में कराने का फैसला किया है। इससे साफ है कि तनाव सिर्फ सीमा तक नहीं, खेल के मैदान तक भी पहुंच चुका है। मौजूदा हालात में खिलाड़ियों की सुरक्षा और फैंस की चिंता सबसे ऊपर है, और शायद यही वक्त का तकाज़ा भी है।
