प्रदेश की कानून व्यवस्था पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, कहा क्यों छह घंटे तक लावारिस पड़ा रहता है शव, क्यों पत्रकारों पर हो रहे हमले, अल्मोड़ा में पुतला फूंक जताया विरोध

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा। प्रदेश में लचर कानून व्यवस्था,पत्रकारों पर हो रहे हमले और अफसरशाही की उदासीनता के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर के चौघानपाटा में पुतला दहन कर विरोध जताया।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि देश में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं अब माननीय कहे जाने वाले विधायक भी पत्रकारों से मारपीट और धमकी देने पर उतर आए हैं जो निंदनीय है। इसके अलावा कार्यकर्ताओं ने अल्मोड़ा जिले में नाबालिक से हुए दुराचार के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर भी सवाल उठाए साथ ही गुरूवार को इस मामले के आरोपी द्वारा खुदकुशी करने और अस्पताल परिसर में मौत होने के छह घंटे बाद भी पुलिस के नहीं पहुंचने पर नाराजगी जताई कहा कि उच्चअधिकारियों से शिकायत करने के बाद ही पुलिस मौके पर पहुंची । कांग्रेस ने यह सवाल उठाए कि आखिर प्रदेश और देश में इस प्रकार की घटनाओं पर कोई ठोस संज्ञान क्यों नहीं लिया जा रहा है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडे,नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला,तारा चन्द्र जोशी, आशू पांडे, राजीव कर्नाटक,राधा बिष्ट, लता तिवारी,मुकेश नेगी, हेम तिवारी,रमेश कांडपाल सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।
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छह घंटे बाद शव कब्जे में लेने पहुंची लोग,लोगों ने उठाए कार्यशैली पर सवाल

अल्मोड़ा। गुरूवार को जिला अस्पताल में जहरीले पदार्थ का सेवन किए हुए एक मरीज को लाया गया प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने उसे हायर सेंटर रैफर कर दिया लेकिन तीमारदारों के मुताबिक उसने अस्पताल के गेट के पास ही दम तोड़ दिया। उसकी मृत्यु के बाद तीमारदारों ने पहले पुलिस को फोन किया ओर उसके बाद थाने जाकर भी अनुरोध किया। मृतक के साथ आए लोगों के मुताबिक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची यहां तक की उनसे यह कह दिया कि मर गया है तो अंतिम संस्कार कर दो कोई पुलिस कार्रवाई की जरूरत नहीं है। इस बीच करीब छह घंटे शव जिला अस्पताल के बाहर सड़क पर एक वाहन में रहा। जब मामले की शिकायत डीएम तक पहुंची उसके बाद एसडीएम मौके पर आई तब जाकर पुलिस वहां पहुंची और शव को कब्जे में​ लिया।