SWAYAM Plus: क्या आप जानते हैं स्वयं प्लस प्लेटफार्म के बारे में, पढ़ाई और काम को देगा बूस्ट?

Smriti Nigam
3 Min Read

SWAYAM Plus Platform: स्वयं प्लस लोगों को ऑनलाइन कोर्सेज के माध्यम से काम और पढ़ाई के बीच बैलेंस बनाने के बारे में बताता है। यह स्किल और करियर की संभावनाओं को भी बढ़ाने में सक्षम बनाता है।

स्वयं प्लस देता है रोजगार को बढ़ावा:
स्वयं प्लस प्लेटफार्म अब लॉन्च हो गया है। इसे शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लांच किया है। इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी मद्रास द्वारा ऑपरेट किए जाने वाले इस प्लेटफार्म का उद्देश्य एजुकेशन को फ्लैक्सिबल बनाना है और एंट्री और एग्जिट पॉइंट के लिए एनईपी 2020 के प्रावधानों के मुताबिक ट्रेडिशनल स्टूडेंट्स और वर्किंग प्रोफेशनल्स दोनों के लिए एजुकेशनल ऑपर्च्युनिटीज का विस्तार करना है।

यह प्लेटफॉर्म ऑनलाइन कोर्सेज के माध्यम से काम और पढ़ाई के बीच कैसे स्टूडेंट बैलेंस बनाकर चल सकते हैं यह सिखाता है। स्वयं प्लस उन्हें स्किल और करियर की नॉलेज भी देता है। इस तरह यह भारत की नॉलेज इकोनॉमी को बढ़ावा देता है।

जाने क्या है इस प्लेटफार्म में खास:
रोजगार को बढ़ाना:
स्वयं प्लस लोगों को ऑनलाइन कोर्सेज करवाता है। जिसके बाद स्टूडेंट काम और पढ़ाई के बीच बैलेंस बना पाते हैं। वही यह प्लेटफॉर्म स्किल और करियर को भी बढ़ावा देता है।

जरूरत के अनुसार मिलेगा पैटर्न :
कोर्स इंडस्ट्री लीडर्स के सहयोग से इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुरूप तैयार किए जाते हैं।

Key features: मल्टीलिंगुअल कंटेंट, एआई-गाइडेंस, क्रेडिट रिकग्निशन और रोजगार के रास्ते इसके फीचर हैं।

क्वालिटी कोर्स प्रदान करना:
स्वयं प्लस प्लेटफार्म टारगेट क्रेडिट रिकॉग्निशन के साथ हाई क्वालिटी एजुकेशन और कोर्स पेश करता है जो देश भर के स्टूडेंट के पास एक जैसा ही पहुंचता है यह कोर्स चाहे शहरों में रहने वाला हो या गांव में रहने वाला सबके लिए एक समान है।

डिजिटल इकोसिस्टम:
मेंटरशिप, स्कॉलरशिप और जॉब प्लेसमेंट जैसी सर्विस भी दी जाएंगी, जिससे सभी एजुकेशन लेवल पर अपस्किलिंग और रीस्किलिंग के लिए एक डिजिटल इकोसिस्टम तैयार किया जाएगा।

आपको बता दे कि यह प्लेटफॉर्म 2017 में लॉन्च किया गया था और 2023 तक इस पर लगभग 72 लाख स्टूडेंट इनरोल हो चुके हैं। अब, NEP 2020 के मुताबिक, SWAYAM प्लस इंडस्ट्री की जरूरतों के मुताबिक कोर्स शामिल करेगा, जो एल एंड टी, माइक्रोसॉफ्ट और सीआईएससीओ जैसे इंडस्ट्री लीडर्स के सहयोग से डेवलेप किए गए हैं।

शिक्षा मंत्री ने लर्नर्स, कोर्स प्रोवाइडर्स, इंडस्ट्री, शिक्षाविदों और स्ट्रेटजिक पार्टनर्स जैसे अलग अलग स्टेक हॉलडर्स को शामिल करते हुए प्रोफेशन और कैरियर डेवलपमेंट के लिए एक इकोसिस्टम बनाने पर फोकस किया।