यौन उत्पीड़न मामले में स्वयंभू संत आसाराम बापू(Asaram Bapu) दोषी करार,कल कोर्ट करेगा सजा का ऐलान

Newsdesk Uttranews
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गांधीनगर सत्र अदालत ने स्वयंभू संत Asaram Bapu को एक दशक पुराने यौन उत्पीड़न मामले में दोषी ठहराया है। आसाराम पर सूरत की एक महिला ने करीब 10 साल पहले अहमदाबाद के मोटेरा स्थित उनके आश्रम में बार-बार बलात्कार करने का आरोप लगाया था।

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दुष्कर्म मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे Asaram Bapu की मुश्किलें और बढ़ गई है। गांधीनगर की सत्र अदालत ने महिला शिष्या से एक अन्य दुष्कर्म मामले में आसाराम को दोषी करार दिया है। इस मामले में कोर्ट कल सजा सुनाएगा।


बताते चलें कि देश-विदेश में काफी लोकप्रियता रखने वाला स्वंयभू संत आसाराम 450 से अधिक छोटे-बड़े आश्रमों का संचालक था। दुष्कर्म मामलो के खुलासे के बाद से वह लम्बे समय से जेल में बंद है।


पुलिस ने Asaram Bapu की अगस्त 2013 में इंदौर से गिरफ्तारी की थी। बाद में उसे जोधपुर लाया गया। 2013 में गुजरात के सूरत (Surat) की दो बहनों से रेप (Rape) के आरोप में गांधीनगर सत्र न्यायालय ने सुनवाई करते हुए आज 30 जनवरी को आसाराम बापू (Asaram Bapu) को दोषी करार दिया। इस मामले में आसाराम का बेटा नारायण साईं भी आरोपी था।


इसी मामले में आसाराम की पत्नी लक्ष्मी, उसकी बेटी भारती और चार महिला सहयोगी ध्रुवबेन, निर्मला, जस्सी और मीरा को भी आरोपी बनाया गया था। सुनवाई के दौरान बाद में इन सभी को गांधीनगर कोर्ट ने बरी कर दिया था।


जोधपुर जेल में बंद है इस समय Asaram Bapu
स्व्यंभू संत कहलाने वाला आसाराम इस समय जोधपुर जेल में बंद है। जिस मामले में उसे सजा सुनाई जाएगी। दरअसल 2013 में सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उसके बेटे नारायण साईं पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। महिला की छोटी बहन ने आरोप लगया था कि नारायण सांई ने 2002 से 2005 के बीच कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया।आरोप लगाते हुए उसने कहा था​ किसूरत में आसाराम के आश्रम में रहने के दौरान उसके साथ दुष्कर्म हुआ था। उसकी बड़ी बहन ने आसाराम पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था।