देहरादून। उत्तराखंड के विकास में सहयोग और अपनी विभिन्न मांगों को लेकर उत्तराखंड के पूर्व विधायकों ने पार्टी लाइन से हटकर एक संगठन बनाया है। इस संगठन को ‘उत्तराखंड पूर्व विधायक संगठन’ नाम दिया गया है जिसके अध्यक्ष की जिम्मेदारी पूर्व विधायक लाखीराम जोशी को दी गई है। संगठन के माध्यम से पूर्व विधायकों ने पेंशन और पारिवारिक पेंशन में समय-समय पर बढ़ोतरी, पूर्व विधायकों को कैशलेस इलाज की सुविधा, पूर्व विधायकों को सरकारी अतिथि गृहों में मुफ्त ठहरने की सुविधा हो, पेट्रोल और डीजल बिलों का भुगतान दोगुना हो तथा भवन व वाहन के लिए ब्याज मुक्त ऋण दिए जाने की मांग उठाई है।
बताते चलें कि उत्तराखंड में पूर्व विधायक को पहले साल के लिए 40 हजार रुपये पेंशन मिलती है। इसके बाद प्रत्येक साल में 2 हजार रुपये की पेंशन बढ़ोतरी होती है। 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाला विधायक 48 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन लेता है, लेकिन अब पूर्व विधायकों को 40 हजार पेंशन भी कम पड़ रही है। हालांकि पूर्व विधायकों का दावा है कि उनका संगठन राज्य हित से जुड़े मसलों को सरकार के समक्ष उठाने के लिए बनाया गया है।
