नई दिल्ली: डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र का शनिवार को कोविड-19 से जुड़ी समस्या से निधन हो गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान गोयल और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा सहित रिजर्व बैंक के गवर्नर व उद्योग जगत के लोगों ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि महापात्र उत्कृष्ट प्रशासनिक अधिकारी और लोक सेवा को समर्पित थे। राष्ट्रपति भवन ने कोविंद के हवाले से किए एक ट्वीट में कहा, ‘उद्योग और आंतरिक व्यापार विभाग के सचिव डॉ. महापात्र के असामयिक निधन से काफी पीड़ा हुई है। उनके काम करने का तरीका और लोक सेवा के प्रति समर्पण अनुकरणीय था। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, मित्रों और सहयोगियों के साथ है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘डीपीआईआईटी सचिव महापात्र के निधन पर दुखी हूं। मैंने गुजरात और केंद्र में व्यापक रूप से उनके साथ काम किया था। उन्हें प्रशासनिक मुद्दों की गहरी समझ थी और वह अपने नवोन्मेषी उत्साह के लिए जाने जाते थे। उनके परिवारजनों तथा मित्रों के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति।’ पेट्रोलियम मंत्री प्रधान ने कहा कि महापात्र के निधन से देश ने एक सक्षम प्रशासक को खो दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने ट्वीट किया, ‘डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र एक काफी सक्षम और मेहनती अधिकारी थे। उनके आकस्मिक निधन से काफी दुख हुआ है। मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।’ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, ‘डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र के निधन की खबर से मैं अत्यंत दुखी हैं। उन्होंने देश की लंबे समय तक सेवा की। उनके परिजनों और मित्रों के प्रति मैं संवदेना जताता हूं।’
कैबिनेट सचिव गौबा ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘डॉ. महापात्र एक प्रिय सहयोगी थे। वह असाधारण गुणों वाले एक उत्कृष्ट प्रशासनिक अधिकारी थे।’ गौबा ने कहा कि वह एक अधिकार प्राप्त समूह के प्रमुख थे। कोविड-19 महामारी के खिलाफ वह पूरे समर्पण से लड़ाई लड़ रहे थे। कैबिनेट सचिव ने कहा कि पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी वह लगातार काम करते रहे और देश में ऑक्सीजन आपूर्ति की निगरानी की।

