Almora::: लापरवाही: 4 माह बाद भी स्कूल की छत से नहीं हट पाया टूटा पेड़, क्षतिग्रस्त बिल्डिंग की नहीं हो पाई मरम्मत

Newsdesk Uttranews
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काफलीखान(अल्मोड़ा)। ​सरकारी स्कूलों की स्थिति​ किसी से ​छुपी नहीं है। जीर्ण शीर्ण हालत में पड़ी विद्यालयों की बिल्डिंग व व्यवस्था जगजाहिर है। जब नौनिहालों के बैठने के लिए कक्ष न हो तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिक्षा व्यवस्था कैसी होगी। 
 

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जी हा। हम बात कर रहे है विकास खंड धौलादेवी स्थित राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, चैलछीना की। करीब 4 माह पहले विद्यालय परिसर में स्थित एक चीड़ का पेड़ भर-भराकर स्कूल की बिल्डिंग पर जा गिरा था। जिससे विद्यालय का भवन ध्वस्त हो चुका है। कोरोना संक्रमण के चलते विद्यालय बंद था। अन्यथा बड़ी अनहोनी हो सकती थी। 
 

4 माह बीत जाने के बाद भी आज भी यह पेड स्कूल की बिल्डिंग पर जस का तस पड़ा हुआ है। प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों के पढ़ने वालों छात्र-छात्राओं के भविष्य के लिए कितना सजग है इसका अंदाजा इसी से लगाया सकता है। 
 

स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक बसंत भट्ट ने बताया कि घटना की सूचना विभाग, ​जिला प्रशासन व वन विभाग को दे दी गई थी। लेकिन क्षतिग्रस्त बिल्डिंग से चीड़ का पेड़ नहीं हटाया गया है और न ही भवन निर्माण हेतु किसी प्रकार की धनराशि उपलब्ध हो पाई है। जिससे छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है।
उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त बिल्डिंग में 4 कक्ष थे। जो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके है। विद्यालय में कुल 76 बच्चे अध्ययनरत है। हालांकि, विभागीय निर्देशों के अनुरूप इन दिनों कक्षा 9 व 10 वीं के छात्र-छात्राएं ही स्कूल आ रहे है।  

 

प्रभारी मुख्य शिक्षा अधिकारी एचबी चंद ने बताया कि उक्त स्कूल में पेड़ गिरने की सूचना उन्हें नहीं दी गई है, घटना की पुष्टि करने के बाद मामले में आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।