अल्मोड़ा। राजकीय शिक्षक संघ की एक बैठक संगठन के वरिष्ठ प्रवक्ता गोपाल सिंह गैड़ा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में एलटी व प्रवक्ता पद से प्रधानाचार्य में पदोन्नति पर हर्ष व्यक्त करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव तथा शिक्षा निदेशक तथा विभागीय अधिकारियों का आभार व्यक्त किया गया।
बैठक में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट स्तर पर शत प्रतिशत पदोन्नतियां किए जाने की मांग की गई। इंटर कॉलेजों में प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नति हेतु सेवा अवधि में शिथिलता प्रदान की जाए। वर्षों से हाईस्कूल व इंटर कॉलेज प्रधानाचार्य विहीन है इन विद्यालयों में प्रधानाचार्य की पदोन्नति किये जाने से शिक्षण व्यवस्था पटरी पर आ जाएगी। संगठन के जिला अध्यक्ष हीरा सिंह बोरा ने कहा कि शिक्षकों को अपने सेवाकाल में कम से कम तीन पदोन्नति दी जानी चाहिए। कहा कि कि राजकीय शिक्षक एलटी ग्रेड (4600 ग्रेड पे) से सेवा प्रारंभ कर प्रवक्ता पद(4800) ग्रेड पे नहीं अवकाश प्राप्त हो जा रहे हैं।
हीरा सिंह ने कहा कि विगत 4 साल से प्रधानाचार्य में पदोन्नत की प्रक्रिया ठप थी लेकिन नए मुख्यमंत्री व निदेशक महोदया के आते ही पदोन्नति प्रक्रिया प्रारंभ हो गई। उन्होंने सभी राजकीय हाईस्कूल व इंटर कॉलेजों में प्रधानाचार्य के पदों पर पदोन्नति करने की मांग की तथा निदेशक, शिक्षा मंत्री तथा मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। बोरा ने एलटी से प्रवक्ता पद पर भी यथाशीघ्र पदोन्नति सूची निर्गत करने की मांग की।
पूर्व जिला मंत्री जी. एस. गैड़ा ने कहा कि शिक्षकों को सत्रांत लाभ के स्थान पर सेवानिवृत्त की आयु 62 वर्ष की जानी चाहिए क्योंकि राजकीय सेवा में नियुक्ति की आयु सीमा 42 वर्ष तक है। गैड़ा ने कहा कि उत्तराखंड के साथ ही नवोदित राज्य छत्तीसगढ़ में राजकीय माध्यमिक शिक्षा में शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष है।
इस अवसर पर विनोद कुमार लोहनी, ललित वर्मा, धन सिंह गैड़ा , दिनेश चंद्र पपनै, हरेंद्र सिंह बिष्ट, पूरन सिंह, मोहन सिंह नेगी आदि शिक्षक उपस्थित थे।

