रानीखेत। सात वर्ष की बालिका के साथ जोर जबर्दस्ती का प्रयास करने वालों पर कार्यवाही ना होने से लोग भड़क उठे है। ज्ञातव्य है विगत 9 जून की शाम को एक सात वर्षीय बालिका को शौचालय में ले जाकर उसके साथ जोर जबर्दस्ती करने का प्रयास किया गया था। शाम 7 बजे को घटित इस घटना में बालिका किसी तरह से खुद के छुड़ाकर भाग निकली थी।
आरोपियों को ना पकड़े जाने से नाराज लोगों ने आज रानीखेत में प्रदर्शन कर आरोपियों को तत्काल पकड़ने की मांग की। प्रदर्शन के बाद संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी सौंपा गया। लोगों ने कहा कि अगर बच्ची खुद को छुड़ाकर ना भागती तो उसके साथ अनहोनी हो सकती थी। ज्ञापन में कहा गया है कि मीडिया में मामला उछलने के बाद घटना के 11 वे दिन पुलिस ने प्राथमिकी तो दर्ज कर ली। लेकिन आरोपी अभी तक नही पकड़ा जा सका है।
ज्ञापन में पुलिस पर आरोपी को सरंक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने बालिका के पिता से आरोपी का पता बताने को कहा गया। ज्ञापन में पांच दिन के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी ना होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी गई।
ज्ञापन देने वालो में कैंट बोर्ड के उपाध्यक्ष मोहन नेगी,जिला पंचायत सदस्य अमित पाण्डे, कैंट बोर्ड के सभासद विनोद कुमार, संजय पंत, सभासद नगर पालिका नवल पाण्डे, पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष यतीश रौतेला, व्यापार मंडल अध्यक्ष भगवंत नेगी, महामंत्री हर्ष पंत, उपाध्यक्ष दीपक अग्रवाल, उप सचिव मनोज पंत, कोषाध्यक्ष दीपक पंत, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष गिरीश भगत, सीमा जायसवाल, कामरान कुरैशी, विनोद भार्गव, प्रशांत सक्सेना, विजय रावत, संदीप गोयल, धन सिंह, अरूण सावंत, विनीत चौरसिया, गीता बेलवाल, सुनीता डाबर, अनु सोनकर आदि शामिल रहे।