अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद अब जाकर मरने वालों की पहचान का काम लगभग पूरा हो गया है। विमान एयर इंडिया की फ्लाइट नंबर एक सौ इकहत्तर थी जो लंदन जा रही थी लेकिन सरदार वल्लभ भाई पटेल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद वह दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में सवार लोगों में से दो सौ साठ की मौत हो चुकी है।
अधिकारियों की मानें तो अब तक जिन भी शवों के अवशेष मिले हैं उनमें से ज्यादातर की पहचान डीएनए जांच से कर ली गई है। कुछ शव ऐसे भी थे जिनकी पहचान सीधे चेहरे देखकर कर दी गई। हालांकि एक शव ऐसा है जिसकी अब तक पहचान नहीं हो सकी है। डॉक्टर राकेश जोशी जो अहमदाबाद के सिविल अस्पताल के अधीक्षक हैं उन्होंने बताया कि एक सैंपल ऐसा है जिसका मिलान नहीं हो पा रहा है। हो सकता है वो किसी यात्री का हो लेकिन उसकी हालत बहुत खराब है इसलिए उसमें मुश्किल आ रही है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हादसे के बाद से अब तक कोई नया शव बरामद नहीं हुआ है। जो भी सैंपल मिला था वो खराब हो चुका है। ऐसे में उसे दोबारा जांच के लिए भेजा जाएगा। कोशिश की जा रही है कि बाकी परिजनों के सैंपल से उसका मिलान हो सके लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है।
डॉक्टर जोशी ने बताया कि कुल दो सौ तिरपन शवों की पहचान डीएनए से हो चुकी है और छह की पहचान चेहरा देखकर की गई है। फिलहाल दुर्घटनास्थल की सफाई अभी जारी है। अधिकारी बोले जब तक यह पक्का नहीं हो जाता कि और कोई शव नहीं मिलेगा तब तक अंतिम आंकड़ा नहीं बताया जा सकता।
इस बीच पुलिस की ओर से जानकारी दी गई है कि मेघानीनगर इलाके से अब तक कुल तीन सौ अठारह शव निकाले जा चुके हैं। वहीं इस हादसे में एक चमत्कार भी हुआ था जब एक व्यक्ति बच गया। उसका नाम है विश्वास कुमार रमेश जो कि ब्रिटेन के नागरिक हैं और भारतीय मूल के हैं। उनकी उम्र चालीस साल है। वे इस विमान में अकेले ऐसे यात्री थे जो जिंदा बच पाए।
