चमोली में 108 कर्मी लापता है 3 दिनों से, परिजनों ने प्रशासन से लगाई गुहार

आपातकालीन सेवा 108 में तैनात कर्मचारी तीन दिनों से लापता है। परिजन और उसके साथ काम करने वाले लोग से लगातार तलाश रहे लेकिन उसका…

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आपातकालीन सेवा 108 में तैनात कर्मचारी तीन दिनों से लापता है। परिजन और उसके साथ काम करने वाले लोग से लगातार तलाश रहे लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा है।

13 अगस्त की रात मरीज को लेकर जाते समय वह कर्णप्रयाग के सिमली के पास लापता हो गया था। इसे लेकर कर्मचारियों के परिजन काफी परेशान है और काम करने वाले अन्य स्टाफ कर्मी शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के पास पहुंचे और वहां अवकाश होने पर उन्होंने सपा को ज्ञापन सौंपा।


बताया जा रहा है कि 108 में तैनात ईएमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नी​शियन) गौरव कुमार (22) पुत्र कुलदीप कुमार निवासी बगवान कनोठ 13 अगस्त की रात बारिश के बीच रेफर मरीज को थराली से श्रीनगर लेकर जा रहे था। सिमली के नजदीक गदेरे के पास मार्ग बंद हो रखा था।

बारिश के बीच गौरव मार्ग देखने के लिए निकला, लेकिन काफी देर बाद भी वापस नहीं आया। काफी देर तक गौरव का कुछ पता नहीं चला जिसके बाद 108 चालक ने इसकी सूचना स्टाफ को दी। इसके बाद कर्णप्रयाग से अन्य एंबुलेंस से मरीज को रेफर कर दिया गया लेकिन गौरव का अभी तक कुछ पता नहीं चला। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंची गौरव की बुआ सरिता चौहान का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली कि सिमली के पास कोई गाड़ी फंसी थी जिसे निकालने के लिए लोग धक्का लगा रहे थे।

गौरव भी गाड़ी को धक्का लगाने के लिए निकला था। बताया जा रहा है कि वहां पर वहां खाई में गिर गया और नीचे बह रही आटागाड़ में उसके बहने की आशंका जताई जा रही है।


कलेक्ट्रेट में अवकाश होने के चलते वह एसपी कार्यालय गए और ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने गौरव का पता लगाने की गुहार लगाई। गौरव घर का इकलौता बेटा है उसकी छोटी बहन है। पिता हार्ट के मरीज हैं। बेटे के लापता होने की सूचना के बाद से माता-पिता और उसकी छोटी बहन बहुत चिंतित हैं।


गांव के लोग बृहस्पतिवार और शुक्रवार को लगातार घटनास्थल के साथी अन्य जगहों पर उसकी तलाश कर रहे हैं लेकिन अभी तक गौरव का कुछ पता नहीं चला घटना स्थल पर खाई से गौरव का छाता भी मिला है।


कलेक्ट्रेट पहुंचने वाले 108 कर्मियों में राहुल, हरीश, भुपेश, दिपेंद्र, अमित, जयेंद्र, केशव, प्रदीप, रजनी, मंजू, सुरेंद्र, राकेश, ताजबर, तरुण आदि मौजूद थे।