दिल्ली से गोवा जा रही फ्लाइट के इंजन में आई खराबी तो पायलट ने हवा में लिया बड़ा फैसला 191 लोगों की जान बची

दिल्ली से गोवा जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट को बीच रास्ते अचानक तकनीकी परेशानी के चलते मुंबई में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी है। ये…

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दिल्ली से गोवा जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट को बीच रास्ते अचानक तकनीकी परेशानी के चलते मुंबई में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी है। ये फ्लाइट जब हवा में थी तब एक इंजन में दिक्कत आ गई। पायलट ने हालात को भांपते हुए बड़ी समझदारी दिखाई और खतरे को बढ़ने से पहले ही मुंबई में फ्लाइट को नीचे उतारने का फैसला लिया। इस दौरान फ्लाइट में कुल 191 लोग सवार थे जिनकी जान सूझबूझ से बच गई।

फ्लाइट का नंबर 6ई 6271 था और इसे दिल्ली से गोवा के लिए रवाना किया गया था। लेकिन उड़ान भरने के कुछ देर बाद पायलट ने एक खास सिग्नल दिया जो इमरजेंसी की स्थिति में दिया जाता है। इसे ‘पैन पैन पैन’ कहा जाता है। इसका मतलब होता है कि विमान में कोई गंभीर तकनीकी दिक्कत है और तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। हालांकि ये उतना गंभीर नहीं होता जितना ‘मेडे’ सिग्नल होता है। लेकिन फिर भी हालात बेहद नाजुक होते हैं।

जब पायलट ने ये सिग्नल एयर ट्रैफिक कंट्रोल को भेजा तो तुरंत तैयारी शुरू हुई। मुंबई एयरपोर्ट पर एंबुलेंस और फायर टीमों को अलर्ट पर रखा गया। पायलट ने रात करीब साढ़े नौ बजे लैंडिंग की मंजूरी मांगी और कुछ ही मिनट बाद विमान को सुरक्षित जमीन पर उतार दिया गया। यात्रियों और क्रू के सभी लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं।

फ्लाइट एयरबस ए320 नियो थी जो दिल्ली से गोवा के मनोहर एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक भुवनेश्वर से कुछ दूरी पर उड़ान के दौरान इंजन नंबर एक में खराबी की जानकारी मिली। इसके बाद बिना देर किए मुंबई डायवर्ट करने का फैसला लिया गया।

इंडिगो की तरफ से भी इस घटना की पुष्टि की गई है। कंपनी ने कहा है कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तय मानकों के तहत विमान को डायवर्ट किया गया और सभी लोग सुरक्षित हैं। यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए नया विमान भेजा गया है।

हाल के दिनों में ऐसे मामले पहले भी सामने आए हैं। कुछ ही दिन पहले पुणे से दिल्ली जा रही एक फ्लाइट को भी टेकऑफ से पहले रद्द करना पड़ा था। वहीं इंदौर से रायपुर जा रही इंडिगो की एक और फ्लाइट को भी टेकऑफ के बाद तकनीकी दिक्कत के चलते लौटना पड़ा था।

इस तरह की घटनाएं यात्रियों के बीच डर का माहौल भी बना रही हैं। लेकिन पायलट की सतर्कता और तेजी से लिए गए फैसले ने इस बार एक बड़ा हादसा होने से टाल दिया।