देश के कई हिस्सों में मौसम अब तेजी से बदल रहा है। बरसात के बाद अब ठंडी हवाओं ने दस्तक दे दी है। बिहार झारखंड राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में तापमान लगातार गिर रहा है और सुबह शाम ठिठुरन महसूस की जा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में तापमान में पांच से छह डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
भारत मौसम विभाग ने बताया है कि चार नवंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा जिससे पश्चिमी हिमालयी इलाकों में तेज हवाएं और बारिश देखने को मिल सकती है। इस बदलाव से ठंड में और बढ़ोतरी होगी। तीन से पांच नवंबर के बीच कई जगहों पर बारिश की संभावना जताई गई है। राजस्थान में भी तीन नवंबर से यह पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है जिससे वहां के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी। इसके बाद उत्तर और मध्य भारत में अगले दस दिनों में ठंड अपने पूरे असर के साथ लौटने की उम्मीद है।
पहाड़ी राज्यों में इस विक्षोभ के चलते तीन से पांच नवंबर के बीच बारिश और बर्फबारी का नया दौर शुरू हो सकता है। जम्मू कश्मीर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी जबकि निचले इलाकों में बारिश होने की संभावना है। वहीं दिल्ली उत्तर प्रदेश और हरियाणा में मौसम शुष्क रहेगा लेकिन गुलाबी ठंड का असर जारी रहेगा।
राजस्थान में जोधपुर उदयपुर अजमेर जयपुर भरतपुर और कोटा जैसे जिलों में बादल गरजने के साथ हल्की बारिश हो सकती है। तीन और चार नवंबर को मौसम में यह बदलाव साफ दिखेगा जिसके बाद राज्य में सर्दी की दस्तक शुरू हो जाएगी। पांच नवंबर से अगले एक हफ्ते तक मौसम शुष्क रह सकता है लेकिन उत्तर से चलने वाली ठंडी हवाएं तापमान को दो से चार डिग्री तक नीचे ला सकती हैं।
उधर दिल्ली में सर्दी से पहले ही हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो चुकी है। वायु गुणवत्ता सूचकांक 366 पर पहुंच गया है जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। कई इलाकों में यह स्तर 400 के पार चला गया है जो गंभीर श्रेणी में है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर 189.6 और पीएम 10 का स्तर 316 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गया है। इस वजह से सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ गई हैं। एक दिन पहले एक्यूआई 303 था जो अब और खराब हो गया है।
