Virat Kohli Century, रांची की पिच पर विराट का कमाल, 52वें शतक से सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड कर दिया पार

बार–बार आलोचना झेलनी पड़े, काबिलियत पर उंगलियां उठने लगें, तो खामोश रहकर जवाब देने का सबसे मजबूत तरीका सिर्फ प्रदर्शन होता है। यही रास्ता चुना…

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बार–बार आलोचना झेलनी पड़े, काबिलियत पर उंगलियां उठने लगें, तो खामोश रहकर जवाब देने का सबसे मजबूत तरीका सिर्फ प्रदर्शन होता है। यही रास्ता चुना टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व कप्तान विराट कोहली ने, जिन्होंने रांची में अपने बल्ले से ऐसा धमाका किया कि हर सवाल खुद-ब-खुद थम गया।

बीते कुछ समय से कोहली के वनडे करियर को लेकर तरह-तरह की बातें चल रही थीं। ऑस्ट्रेलिया दौरे की वापसी भी उनकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रही थी। लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहली ही गेंद से उन्होंने साफ कर दिया कि वह अब भी बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं। JSCA स्टेडियम उनके लिए हमेशा सुहाना रहा है और इस बार भी उन्होंने उसी भरोसे को कायम रखते हुए एक और शानदार शतक जड़ दिया। यह इस मैदान पर उनका तीसरा वनडे शतक है।

पारी की शुरुआत में ही टीम इंडिया दबाव में आ गई थी, जब चौथे ओवर में यशस्वी जायसवाल आउट होकर लौट गए। इसी मुश्किल घड़ी में कोहली बल्लेबाजी के लिए उतरे और आते ही रन बहाना शुरू कर दिया। वह शुरुआत से ही स्टाइल में नजर आए। चौके–छक्के दोनों बराबर चलते रहे और अर्धशतक तक पहुंचते पहुंचते वह तीन छक्के उड़ा चुके थे। रोहित शर्मा के साथ उनकी 136 रन की साझेदारी ने टीम को मजबूती दी, हालांकि कप्तान के आउट होने के बाद विकेटों की झड़ी सी लग गई। इसके बावजूद कोहली दूसरे छोर पर डटे रहे।

38वें ओवर में जब उन्होंने चौका जड़कर अपना शतक पूरा किया, तो पूरा स्टेडियम खड़ा होकर उनके लिए तालियां बजाने लगा। 102 गेंदों में उन्होंने अपना 52वां वनडे शतक बनाया और इसके साथ ही सचिन तेंदुलकर का एक फॉर्मेट में सबसे ज्यादा शतकों का रिकॉर्ड भी पीछे छोड़ दिया। सचिन का टेस्ट क्रिकेट में 51 शतकों का आंकड़ा अब कोहली से पीछे है। यह साल कोहली के लिए भी खास हो गया, क्योंकि इससे पहले फरवरी में पाकिस्तान के खिलाफ भी उन्होंने सेंचुरी लगाई थी।

उनके पास दोहरा शतक बनाने का मौका भी था। लेकिन थकान और पीठ में हल्का दर्द उन्हें परेशान करने लगा और 43वें ओवर में बड़ा शॉट खेलते हुए वह कैच दे बैठे। इसके बावजूद उन्होंने 120 गेंदों में 135 रन की धुआंधार पारी खेली जिसमें 11 चौके और 7 शानदार छक्के शामिल रहे। रांची के फैंस ने भी उन्हें पवेलियन लौटते समय standing ovation दिया, जैसे यह बता रहे हों कि कोहली का क्लास आज भी उतना ही चमकदार है जितना पहले था।