उत्तराखंड में तीन दिन बाद भारी वर्षा का सिलसिला कुछ कम हुआ है। पहाड़ से मैदान तक कई दिनों बाद धूप खिली हुई दिखाई दी। हालांकि कहीं-कहीं तीव्र बौछारों का दौर जारी है। इसके बाद उत्तरकाशी समय ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम ने फिर भी राहत दी है जिससे राहत बचाव में तेजी लाने में मदद मिल रही है लेकिन फिर भी चिंता लगातार बनी हुई है।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को उत्तरकाशी, देहरादून समेत 9 जिलों में कहीं-कहीं तीव्र बारिश होने की चेतावनी जारी की है जिससे लोगों की कठिनाइयों और बढ़ सकती हैं।
गुरुवार को देहरादून समय आसपास के क्षेत्र में सुबह आंशिक बादल दिखाई दिए लेकिन दिन में चटख धूप निकली थी। उत्तरकाशी के आपदाग्रस्त क्षेत्र में भी मौसम से कुछ राहत मिली। इस दौरान ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्रों में आंशिक बादल छाने से लेकर धूप खिली रहने की सूचना है।
देहरादून जिले में कालसी में वर्षा के तीव्र दौर हुए और दिनभर में 40 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। इसके अलावा सहस्त्रधारा में भी 30 मिमी वर्षा हुई। अन्य क्षेत्रों में बौछार के एक से दो दौर दर्ज किए गए। दिन में धूप खिलने से पारे में भी वृद्धि दर्ज की गई। ज्यादातर क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, शुक्रवार को उत्तरकाशी, चमोली, देहरादून, पौड़ी, बागेश्वर, पिथौरागढ़, ऊधमसिंह नगर, चंपावत व नैनीताल जनपदों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। शेष जनपदों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और वर्षा के तीव्र से अति तीव्र दौर होने की आशंका है। अगले दो दिन मौसम इसी प्रकार का बना रह सकता है। जबकि, रविवार से कुमाऊं में भारी से बहुत भारी वर्षा के दौर शुरू हो सकते हैं।
