भारत सरकार ने आधार धारकों के लिए एक नया मोबाइल ऐप विकसित करने की तैयारी शुरू कर दी है। यह ऐप यूआईडीएआई द्वारा तैयार किया जा रहा है। इसका मकसद यूजर्स को बिना किसी आधार सेवा केंद्र जाए अपने पर्सनल डिटेल्स ऑनलाइन अपडेट करने की सुविधा देना है।
इस ऐप से नाम, पता, जन्मतिथि जैसी जानकारियां सीधे मोबाइल पर अपडेट की जा सकेंगी। इससे लोगों को लंबी कतारों में खड़ा होने या कागजी कार्रवाई की जरूरत नहीं पड़ेगी। अभी ऐप पूरी तरह तैयार नहीं हुआ है लेकिन जल्द ही इसे लॉन्च किया जाएगा।
यूजर्स अपने स्मार्टफोन से ही जरूरी डिटेल्स बदल सकेंगे। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फेस आईडी जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि सेवा सुरक्षित और भरोसेमंद बनी रहे। नवंबर से यूजर्स को केवल बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के लिए ही केंद्रों पर जाना पड़ेगा। यह बदलाव पूरी प्रक्रिया को तेज और आसान बनाने के लिए किया गया है।
UIDAI इस ऐप के माध्यम से यूजर्स के डेटा को सरकारी प्रमाणित स्रोतों से सीधे प्राप्त करने की योजना बना रहा है। इसमें जन्म प्रमाणपत्र, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड, MNREGA रिकॉर्ड और बिजली बिल जैसी जानकारियां शामिल होंगी। इससे पता सत्यापन की प्रक्रिया और भी सरल हो जाएगी।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने आधार गुड गवर्नेंस पोर्टल शुरू किया है। इसका उद्देश्य आधार प्रमाणीकरण अनुरोधों की मंजूरी प्रक्रिया को आसान बनाना है। यह पोर्टल आधार सेवाओं की दक्षता बढ़ाने और यूजर्स के अनुभव को बेहतर बनाने में मदद करेगा। इस नए मोबाइल ऐप और पोर्टल के जरिए भारत सरकार आधार सेवाओं को डिजिटल और सरल बनाने का प्रयास कर रही है। ताकि हर नागरिक को बिना किसी परेशानी के आधार से जुड़ी सेवाएं मिल सकें।
