टिहरी गढ़वाल से एक दुखद हादसे की खबर सामने आई है। यहां कांवड़ियों को लेकर जा रहा एक ट्रक अचानक पलट गया। बताया जा रहा है कि ट्रक में सवार लोग उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से हर्षिल जा रहे थे। ये सभी लोग गंगाजल लाकर भंडारे की सेवा में लगे थे। ट्रक जैसे ही टिहरी जिले के जाजल फकोट के बीच पहुंचा तो ड्राइवर का संतुलन बिगड़ गया। ट्रक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया। गनीमत यह रही कि ट्रक वहीं रुक गया। अगर खाई में गिरता तो बहुत बड़ी घटना हो सकती थी।
हादसा इतना जबरदस्त था कि ट्रक के पलटते ही चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे। किसी ने पुलिस और एसडीआरएफ को खबर दी। दोनों टीमें तुरंत पहुंच गईं और रेस्क्यू शुरू कर दिया गया। जेसीबी मंगाई गई। ट्रक को सीधा किया गया। उसके नीचे दबे कांवड़ियों को बाहर निकाला गया।
इस घटना में तीन कांवड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 18 लोग घायल हो गए। जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को नरेंद्र नगर के फकोट स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जिनकी हालत ज्यादा खराब थी उन्हें एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया। हादसे की खबर मिलते ही टिहरी के एसपी और डीएम मौके पर पहुंचे और अस्पताल जाकर घायलों का हाल जाना।
मरने वालों की पहचान हो गई है। इनमें विक्की जो महेंद्र का बेटा था उसकी उम्र 30 साल बताई जा रही है। दूसरा नाम सुनील सैनी है जो मिल चंद का बेटा था। तीसरा कांवड़िया संजय था जिसकी पहचान भी कर ली गई है।
घायलों की पूरी सूची अस्पताल प्रशासन के पास है। कई लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। इनमें से कुछ की उम्र 60 से 70 साल के बीच है जबकि कुछ नौजवान और बच्चे भी शामिल हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर ट्रक सीधे खाई में गिरता तो शायद कोई नहीं बचता। सड़क किनारे ही ट्रक का अटक जाना सबसे बड़ा संयोग रहा।
इस पूरे हादसे ने यात्रा की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे मौकों पर सावधानी और मजबूत व्यवस्था की कितनी जरूरत है ये हादसा बयां करता है।
