संसद का शीतकालीन सत्र अगले महीने एक दिसंबर से शुरू होकर उन्नीस दिसंबर तक चलेगा। इस बात की जानकारी संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने दी है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस सत्र के आयोजन को मंजूरी दे दी है। रिजिजू ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि यह सत्र रचनात्मक और सकारात्मक माहौल में होगा। उनका कहना है कि यह सत्र लोकतंत्र को और मजबूत करेगा और जनता की उम्मीदों को पूरा करने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा।
इससे पहले मानसून सत्र इक्कीस जुलाई से इक्कीस अगस्त तक चला था। इस दौरान संसद की कुल इक्कीस बैठकें हुई थीं। लेकिन पूरे सत्र में विपक्ष के भारी हंगामे ने कामकाज को प्रभावित किया था। मानसून सत्र के दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर लंबी चर्चा चली थी जिसमें एक सौ तीस से ज्यादा सांसदों ने हिस्सा लिया था। लोकसभा में चौदह विधेयक पेश किए गए थे जिनमें से बारह पारित हुए जबकि राज्यसभा ने पंद्रह विधेयकों को मंजूरी दी थी। इनमें आयकर बिल दो हजार पच्चीस भी शामिल था जिसे बाद में केंद्र सरकार ने वापस ले लिया था।
